आसाराम बापू का चैनल कहने जाने वाला ए2जेड इन दिनों नए विवाद का केंद्र बन गया है. यहां मैनेजमेंट ने फरमान जारी किया है कि जिस भी नेता का नाम एंकर लेंगे, उसके आगे 'जी' जरूर लगाएंगे. बताया जाता है कि इस चैनल में आए नए-नए एक शख्स की शह पर वहां के मैनेजमेंट ने यह फरमान एंकरों-रिपोर्टरों को जारी किया है. सूत्रों के मुताबिक हाल ही में भोपाल से जमालउद्दीन इस चैनल के अस्सिटेंट न्यूज हेड बनकर आए हैं. वे भोपाल में पीटीआई के संवाददाता रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक मालिक विजय कपूर ने ये आदेश उन्हीं की सलाह पर दिया है. नताओं के नाम के आगे 'जी' लगाने के सवाल पर फेसबुक पर वरिष्ठ पत्रकार कमर वहीद नकवी कहते हैं- "किसी समय हिन्दी अखबारों में नाम के आगे श्री/सुश्री/श्रीमती आदि लगाने की परंपरा थी, जिसे संभवतः 70 के दशक में छोड़ दिया गया और इन आदरसूचक सम्बोधनों को पूरी तरह त्याग दिया गया. लेकिन नाम के बाद 'जी' लगाने की" कभी कोई परंपरा नहीं थी. आधुनिक पत्रकारिता की रीति-नीति के अनुसार न तो श्री लगाया जाना चाहिए और न ही जी लगाया जाना चाहिए. ऐसा करना पत्रकारिता की गरिमा के विरुद्ध है."