कोसीकलां। तथाकथित पत्रकारों की अवैध धनवूसली के कारनामे जनपद में थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसका एक और ताजा मामला मथुरा के कस्बा कोसीकलां में सामने आया है जहां फर्जी कॉलेज की खबर उजागर ना होने देने के नाम पर 15 हजार की वसूली कर ली गई लेकिन खबर प्रकाशित होने के बाद कॉलेज संचालकों में हड़कम्प मचा हुआ है और सुविधा शुल्क के रूप में दी गई राशि को वसूलने के प्रयास में जुटे हुये हैं।
यह मामला पिछले दिनों कोसीकलां में उस समय उजागर हुआ जब हरियाणा में अवैध रूप से बच्चों के दाखिले कर कोसीकलां कॉलेज में परीक्षा दिलाने का आश्वासन कथित कॉलेज संचालकों द्वारा छात्रों को दिया गया। अभिभावकों को सन्देह होने पर प्रशासन के सहयोग से कॉलेज की खोज की गई तो वह फर्जी निकला। इसकी जानकारी होने पर फर्जी संचालक तो मौके पर पहुंचे ही साथ ही कुछ तथाकथित पत्रकार भी वहां पहुंच गये। पत्रकार साहब के पहुंचते ही फर्जी संचालक और पत्रकार के मध्य मीडिया में खबर उजागर ना करने के नाम पर सौदेबाजी का खेल शुरू हो गया। इस सौदेबाजी में कथित पत्रकारों द्वारा एक लाख की मांग सभी मीडिया में डील के नाम पर की गई। बाद में मोल भाव करने पर 15 हजार में दोनों के मध्य समझौता हो गया।
अब हुआ यूं कि उक्त पत्रकारों द्वारा वसूली गई रकम में किसी को फूटी कौड़ी नहीं दी गई और पूरी रकम को डकार गये जिसके चलते कुछ समाचार पत्रों ने खबर को प्रमुखता से प्रकाशित कर दिया। खबर छपते ही कॉलेजों संचालकों ने हंगामा कर दिया और दी गई राशि को वापस मांगा। अब पत्रकार भी कम थोड़े होते हैं सो उन्होंने कालेज संचालक को ठेंगा दिखा दिया। बताया जाता है उक्त कथित पत्रकार शराब एवं सट्टा कारोबार भी अपने संरक्षण में चला रहे हैं। बताया जाता है कि पत्रकार साहब के दोस्ताना सम्बन्धों के चलते पुलिस सब कुछ जानते हुये भी खामोश है।