: तीन दर्जन चैनलों पर प्रसारित होते हैं बाबा के कार्यक्रम : रांची : टीवी चैनलों पर विज्ञापन के माध्यम से बाबा की लोकप्रियता अचानक काफी बढ़ गयी है. अगर कहें कि उनके सामने सभी बाबा पीछे छूट गये हैं, तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी. बाबा का असर ऐसा है कि टीवी के सामने भी कई लोग पर्स खोल कर और बोतल में पानी रख कर बैठ जाते हैं. थर्ड आइ ऑफ निर्मल बाबा नामक कार्यक्रम में बाबा कृपा पाने के जो उपाय बताते हैं, वह उन्हें संदेह के घेरे में ला देता है. वैसे बाबा का दावा है कि उनके पास दिव्य शक्ति है और वह उसी से भक्तों को कष्ट से मुक्ति दिलाते हैं.
काला पर्स रखने के बाबा के टिप्स से उसकी बिक्री काफी बढ़ गयी है. अकेले रांची में काले पर्स की बिक्री अब लगभग हर महीने 1.5 करोड़ की हो रही है, जो पहले बमुश्किल 45-50 लाख की होती थी. 10 रुपये के नये नोट की गड्डी बाहर में 12 सौ रुपये में बिकने लगी है. बैंकों में 10 रुपये की गड्डी की मांग बढ़ गयी है. मुंहमांगी कीमत पर बाबा के फोटो बिक रहे हैं.
कैसे आ सकते हैं समागम में– पहले बुकिंग करानी पड़ती है. रजिस्ट्रेशन शुल्क दो हजार रुपये प्रति व्यक्ति है. दो वर्ष के ऊपर के बच्चों का भी पूरा पैसा लगता है. पैसे या डिमांड ड्राफ्ट यस बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में जमा होते हैं. निर्मल दरबार में सीधे पैसे या डिमांड ड्राफ्ट भेजने की व्यवस्था नहीं है. यह राशि नन रिफंडेबल और नन ट्रांसफरेबल है. 211, चिरंजीव टावर, 43, नेहरू पैलेस नयी दिल्ली-110019 के पते पर ओरिजनल बैंक रिसिप्ट कूरियर से भेजनी पड़ती है. लिफाफे पर यूनिक रेफरेंस नंबर लिखना पड़ता है, जो वेबसाइट से लिया जा सकता है. यह नंबर तभी संभव है, जब समागम के लिए जगह खाली हो.
समागम में हिस्सा लेने के लिए पंजाब नेशनल बैंक ने पे फी सिस्टम शुरू किया है, ताकि प्रोसेस जल्द हो. इसके लिए चालान वेबसाइट से डाउनलोड किये जा सकते हैं. इसका भी ओरिजिनल रिसिप्ट निर्मल दरबार को भेजना पड़ता है. रिसिप्ट के पीछे अपना मोबाइल नंबर और किस समागम में हिस्सा लेना चाहते हैं, उसका उल्लेख करना होता है. भक्त को एसएमएस से सूचना भेजी जाती है.
फोन से नंबर नहीं लगता– निर्मल बाबा के समागम के लिए फोन से नंबर नहीं लग सकता. न ही सीधे नंबर मिल सकता है. यह सुविधा बंद कर दी गयी है.
ऐसे मिलती है बाबा की कृपा : बाबा कहते हैं, सभी भक्तों का समागम में आना संभव नहीं है. अगर वह टीवी के सामने हैं या फिर कहीं और हैं, तो वहीं उन्हें कृपा मिलती है. सिर्फ श्रद्धा चाहिए.
समागम के दो हिस्से : किसी भी समागम के दो हिस्से होते हैं. पहले हिस्से में निर्मल बाबा भक्तों से सीधे बात करते हैं और उन्हें आशीर्वाद देते हैं. दूसरे हिस्से में बाबा भक्तों के अनुभव सुनते हैं.
कैसे होता है समापन– समागम की समाप्ति पर बाबा भक्तों से कहते हैं : आप जिस इच्छा को लेकर आये हैं, उसका ध्यान करिये. फिर कहते हैं : सभी अपने-अपने पर्स खोल लीजिये. इसके बाद बाबा आशीर्वाद देते हैं. लोगों से काला पर्स रखने और अलमारी में 10 के नोट की गड्डी रखने की सलाह देते हैं.
अगस्त तक सीट नहीं– बाबा के समागम के लिए अगस्त महीने तक सीट खाली नहीं है. लोगों को चेताया भी गया है कि अगर कोई यह कहता है कि वह बाबा के समागम में शामिल करवा सकता है, तो वह गलत है. ऐसे लोगों से सावधान रहें.
पैसे देकर सवाल करवाते थे बाबा : निधि
चर्चित ब्लाग भड़ास4मीडिया के मुताबिक बाबा पहले नोएडा की फिल्मसिटी स्थित एक स्टूडियो में अपने प्रोग्राम की शूटिंग करवाते थे. उस वक्त बाबा के सामने जो लोग अपनी समस्या के हल का दावा करते थे, वे असली न होकर जूनियर आर्टिस्ट हुआ करते थे. निधि एक जूनियर टीवी आर्टिस्ट है. इनके मुताबिक उसे इसके लिए 10 हजार रुपये बाबा देते थे. निधि कहती हैं कि शुरू के दो महीने बाबा ने अपने ही लोगों और जूनियर आर्टिस्टों से सवाल करवाये. आर्टिस्टों को इसके एवज में पैसे दिये गये.
टीवी पर कार्यक्रम दिखाने के लिए पैसे देते हैं निर्मल बाबा : देश-विदेश के लगभग सभी प्रमुख चैनलों (करीब 36) पर बाबा के समागम का प्रसारण किया जाता है. और यह पेड विज्ञापन (यानी निर्मल बाबा इसके लिए पैसे देते हैं) होता है. सभी चैनल तो नहीं, पर एक-दो चैनल कार्यक्रम के दौरान इसे दिखाते भी हैं. इन चैनलों पर कुल मिला कर प्रतिदिन 20 से 22 घंटे का प्रसारण होता है.
जिन चैनलों पर बाबा के समागम का प्रसारण होता है उनके नाम हैं – स्टार न्यूज, आइबीएन 7, आज तक, हिस्टरी टीवी 18, सोनी टीवी, सब टीवी, लाइफ ओके, सहारा वन, एएक्सएन, न्यूज 24, आज तक तेज, स्टार उत्सव, डीवाइ 365, सहारा समय, नेपाल वन, सहारा यूपी, सहारा एमपी, सहारा बिहार, सहारा राजस्थान, सहारा समय मुंबई, दिव्य, जी छत्तीसगढ़, सौभाग्य, दर्शन 24, प्रार्थना ओड़िशा, पी 7 न्यूज, टोटल टीवी, इंडिया न्यूज हरियाणा, कल्याणी, ए2 जेट, कलर्स (यूएसए), आज तक (यूएसए), सोनी (यूएसए) व टीवी (यूएसए). कई चैनलों पर दो दिन में दो-तीन बार प्रसारण होता है.
बाबा की कृपा पाने के उपाय-
टिप्स : एक
बाबा : आपने गदहा कब देखा है.
भक्त : जी कई बार देखा है.
बाबा : आखिरी बार कब देखा है.
भक्त : जी यह तो याद नहीं.
बाबा : किसी को गदहा कहा है.
भक्त : कहा होगा, पर याद नहीं आ रहा.
बाबा : गदहा देखना और कहना बंद कर दो, शक्ति की कृपा आनी शुरू हो जायेगी.
टिप्स : दो
बाबा एक महिला भक्त से..सबसे पहले हमें यह बताइये कि आपने नवरात्रि का व्रत रखा या नहीं?
महिला : जी पहले रखा था, इस बार नहीं रखा, बहुत बीमार थी, इस कारण से.
बाबा : आप चाहें बीमार थीं, दो व्रत कर लेतीं, तो कृपा आनी शुरू हो जाती. जाइये हलवा-पुड़ी बना कर गरीबों में बांट दीजिये, कृपा आनी शुरू हो जायेगी.
टिप्स : तीन
बाबा महिला से : आपने कढ़ी चावल कब बनाये थे और कब खाये थे.
महिला : जी नवरात्र में बनाये थे और बच्चों को खिलाया था.
बाबा : नवरात्र में कढ़ी चावल बनाइये और गरीब बच्चों को खिला दीजिये, प्रभु की कृपा आनी शुरू हो जायेगी.
टिप्स : चार
बाबा भक्त से : एक बात बताओ, आप कटिंग कहां करवाते हो. कभी पार्लर गये?
भक्त : नहीं बाबा जी, पार्लर नहीं गया बाबा जी.
बाबा : छोटी दुकान में कराते हो.
भक्त : जी.
बाबा : कभी सोचा जाने का.
भक्त : जी सोचता हूं बाबा जी.
बाबा : सिर्फ सोच कर रह जाते हो. इस बार चले जाना. कृपा ज्यादा आने लगेगी.
टिप्स : पांच
बाबा : क्या काम करते हो.
भक्त : जी सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता हूं.
बाबा : ये गाड़ियां इतनी ज्यादा आ रही हैं.
भक्त : जी
बाबा : कुछ सोचा था.
भक्त : नहीं.
बाबा : एड देखते हो, टीवी देखते हो. अलग-अलग ब्रांड बदल-बदल कर आ रही हैं. कभी स्पोर्ट्स कार आ रही हैं, कभी दूसरी कार आ रही हैं.
भक्त : जी
बाबा : कब देखी है तुमने.
भक्त : जी जब कंपनी जाता हूं, तो देखता हूं. नयी – नयी गाड़ियां
बाबा : मन करता है लेने का.
भक्त : जी
बाबा : तो देखना बंद कर तो, तुम्हारे पास भी आ जायेगी.
टिप्स : छह
बाबा महिला से. कहां से आयी हैं आप.
भक्त : जी बाबा रांची से. आपके चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम.
बाबा : आप रांची में पहाड़ी वाले मंदिर कब गयी
भक्त : जी सावन में गयी थी.
बाबा : वहां पैसे कितने चढ़ाये थे गुल्लक में.
भक्त : जी बाबा 10 रुपये चढ़ाये थे.
बाबा : तो कृपा कैसे आयेगी. जाइये 40 और चढ़ाइये, कृपा आनी शुरू हो जायेगी.
टिप्स : सात
बाबा भक्त से : पूरी-छोले खाये कभी?
भक्त : जी बाबा जी खाये हैं. ऐसा करो, पूरी-छोले बना कर या खरीद कर दो- चार गरीबों को खिला दो, प्रभु की ज्यादा कृपा आयेगी.
प्रभात खबर में प्रकाशित विजय पाठक की रिपोर्ट.
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