बाराबंकी। पत्रकार सैयद मोहम्मद काजमी की इजरायल खुफिया एजेन्सी से मिली भगत का दावा कर दिल्ली पुलिस द्वारा की गयी गिरफ्तारी का गुस्सा देश के कोने-कोने में फैल रहा है। आज जिले में लेखक, बुद्धिजीवियों, पत्रकारों और हक पसन्दों की गुलाम असकरी हाल में आयोजित हगामी जनसभा इमाम-ए-जुमा मौलाना रजा जैदपुरी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर वक्ताओं ने दिल्ली पुलिस की कड़े शब्दों में निन्दा कर तत्काल पत्रकार सैयद मोहम्मद काजमी की रिहाई की मांग की।
देवां रोड स्थित असकरी नगर के गुलाम असकरी हाल में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में हर धर्म के लोगों ने शिरकत कर अपने विरोध का इजहार किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए इमामे जुमा और गुलाम असकरी हाल मस्जिद के पेश इमाम मौलाना रजा जैदपुरी ने कहा कि हिन्दुस्तानी कोई भी दहशतगर्द नहीं हो सकता और न ही दहशत गर्द का साथ देने वाला। अपने हक के लिए आवाज उठाने वाले मुसलमानों के हालात व हक के लिए कलम से लड़ने वाला दहशतगर्द नहीं है। पत्रकार सैयद मोहम्मद काजमी को इजरायल की खुफिया एजेन्सी मोसाद से मिलकर दिल्ली पुलिस ने साजिशन गिरफ्तार किया है। इसकी जितनी भी निन्दा की जाय कम है। उन्होंने प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप कर पत्रकार सैयद मोहम्मद काजमी की तत्काल रिहाई की मांग की है, उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसा ना होने पर सड़क पर जुलूस और 26 मार्च को संसद का घेराव भी किया जाएगा।
रेलवे स्टेशन मस्जिद के पेश इमाम और गरीबों के लिए हक की लड़ाई लड़ने वाले सूफी उबैदुर्रहमान ने कहा कि पत्रकार अपने कलम से इजहारे हक करते हैं। मैं समझता हूं यह जुर्म नहीं है। अगर ये ऐसा न करे तो आवाम इस बात को नहीं समझ सकती। हक बात करने वालों को बेकसूर मुजरिम ठहरा दिया जाता है। इसमें भी हमारा कसूर है कि हम एक नहीं है। देश का दुश्मन अल्लाह का दुश्मन है। जरूरत इस बात की है कि हम सब एक हों, यही वक्त की जरूरत है।
समाजसेवी तहजीब असकरी ने लोगों से अपील की हमारी एकता ही पत्रकार सैयद मोहम्मद काजमी की रिहाई का सबने बनेगी। हम एकजुट होकर आने वाले कार्यक्रमों में शिरकत कर मजलूम को बचाने के लिए प्रयास करें। प्रसिद्ध शायर कशिश संडीलवी ने कहा कि मजलूम कभी जुल्म की बैअत नहीं करते हैं। हक परस्त पत्रकार सैयद मोहम्मद काजमी को तुरन्त रिहा करे सरकार। नेता फिरोज हैदर ने कहा कि पत्रकार सैयद मोहम्मद काजमी की रिहाई की जंग 26 मार्च को जम्मतुल ओलमा हिन्द, मौलाना अहमद बुखारी, मौलाना कल्बे जव्वाद की आवाज पर संसद भवन के घेराव के लिए बाराबंकी सरजमी से हजारों लोग दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।
कार्यक्रम संचालन कर रहे सैयद मोहम्मद कौनेन ने लोगों से आगह किया कि पत्रकार की गिरफ्तारी की निन्दा और रिहाई के लिए प्रधानमंत्री, दिल्ली सरकार, गृहमंत्री को हर बच्चा-बच्चा जो हक को पसन्द करता है ई-मेल व पत्र भेजकर विरोध प्रकट करें। 12 मार्च को दिल्ली इण्डिया गेट पर कैन्डिल मार्च की तर्ज पर छाया चौराहे पर पत्रकार सैयद मोहम्मद काजमी की रिहाई के लिए कैन्डिल लगाकर विरोध प्रदर्शन करें। कार्यक्रम के संयोजक जहीर अब्बास कैफी व इमरान शकील ने ऐलान किया क जल्द ही प्रशासन से अनुमति लेकर एक विरोध मार्च का आयोजन जिले में जल्द किया जायेगा। एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री दिल्ली सरकार व प्रधानमंत्री भारत सरकार भेजा जायेगा।
कार्यक्रम में डा. इफ्तेदार हुसैन, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य अल्हाज तकीउल हसन जैदी, डा. हैदर, बाकर रजा, कायम रजा जैदपुरी, हसन रजा, जमीर हुसैन, इमरान रिजवी, अयाज हैदर, हसन सज्जाद, कमर इमाम, मुजफ्फर इमाम, जफर इमाम, मजाहिर हुसैन एडवोकेट, मनाजिर हुसैन, मजहर आब्दी, आबिद काजमी, शुजा हैदर, हैदर मेहंदी, मोहम्मद कौनेन, अली अब्बास, अली रिजवी, शकील अहमद, मो. अब्दुल रहमान, सादिक हुसैन सभासद, शहवेज समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
बाराबंकी से रिजवान मुस्तफा की रिपोर्ट.