आजतक की वेबसाइट पर एक खबर प्रकाशित हुई है. इसका शीर्षक '#pappu राहुल से आगे निकला #feku मोदी' देखकर लिखने वाले की गलती या फिर शरारत करने की बात जेहन में आती है. आखिर क्यों आजतक ने कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पप्पू और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोद को फेकू बताया. आप भी पढि़ए आजतक की वेबसाइट पर प्रकाशित पूरी खबर..
इस युग को साइबर युग भी कहा जाता है. इस दौर में साइबर क्राइम से लेकर साइबर जर्नलिज्म, साइबर लव और साइबर युद्ध तक की बात होती है. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी साइबर जगत का बेहतरीन इस्तेमाल करने वालों में से माने जाते हैं. उनके समर्थकों ने तो उनसे सीखा ही है अब उनके विरोधी भी उनसे सीख लेकर उन पर हमला करने के लिए साइबर जगत में कूद पड़े हैं.
वाणिज्य एवं उद्योग मंडल (फिक्की) के महिला संगठन ‘फिक्की लेडीज आरगनाईजेशन’ (एफएलओ) की 29वीं सालाना बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को लेकर साइबर जगत में वाकयुद्ध छिड़ गया और उनके समर्थकों और विरोधियों ने उसका बारीकी से विश्लेषण किया.
कांग्रेस समर्थक समूह द्वारा ट्विटर पर बनाये गए एक हैशटैग ‘हैश फेकू’ पर सबसे अधिक प्रतिक्रियाएं जतायी गईं. मोदी ने फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया साइट्स से अपने संबंध की बात की.
ट्विटर पर ‘मोदी स्टॉर्म्स फिक्की’ ट्रेंड प्राथमिकता सूची में तीसरे नम्बर पर रहा जो कि सोशल मीडिया पर सक्रिय कांग्रेस समर्थक ग्रुप्स और लोगों के लिए खुशी का एक कारण हो सकता है. हालांकि मोदी समर्थक और बीजेपी समर्थक नेटीजन ने हैश फेकू पर सक्रिय हुए राहुल गांधी का मखौल उड़ाने वाली टिप्पणियां डालीं.
ट्विटर पर सक्रिय कार्तिक दयानंद ने सोशल मीडिया टीमों को एक सलाह दी कि कभी भी जेनरिक हैश टैग नहीं बनायें. अब देखिये हैश फेकू को ‘नमो’ की टीम ने हाईजैक कर लिया है.
संघपरिवारडाटओआरजी ने हैश फेकू की अभी तक की उपलब्धियां पोस्ट की जिसमें कुछ भी नहीं था.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले राहुल गांधी की भाषण के दौरान बीजेपी समर्थकों ने भी #pappucii का ट्रेंड चलाया था. वैसे ऐसा कम ही होता है जब कांग्रेसी समर्थकों के ट्रेंड, मोदी समर्थकों से आगे निकल पाए हों, लेकिन सोमवार की सोशल वॉर में #feku आगे निकल गया और इससे कांग्रेस समर्थक खुश हैं.
‘सोशल मीडिया के जरिए मेरी कमजोरियां बताएं’
उधर दिल्ली में नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि कोई भी व्यक्ति पूर्ण नहीं होता तथा उनमें भी कमियां हैं, और उन्होंने लोगों को सोशल मीडिया पर उनकी कमियों के बारे में बताने के लिए आमंत्रित किया.
औद्योगिक संस्था, फिक्की की महिला शाखा की एक बैठक को सम्बोधित करने के दौरान जब उनसे उनकी कमजोरियों के बारे में पूछा गया तो मोदी ने कहा, ‘कोई व्यक्ति पूर्ण नहीं होता. हर किसी की कोई न कोई कमजोरी होती है. उनमें भी हैं.’ मोदी भले ही जिस परिप्रेक्ष्य में बोल रहे हों, लेकिन उनके विरोधियों ने तो सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ खूब भड़ास निकाली है.
मोदी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति खुद का सही मूल्यांकन नहीं कर सकता. उन्होंने कहा, ‘मेरी भी कोई कमजोरी हो सकती है, जो मैं नहीं देख सकता, लेकिन आप देख लेंगे. अगर आप मुझमें कोई कमजोरी देखती हैं, मुझे सोशल मीडिया के जरिए बताएं, ताकि मैं खुद को अपनी इस कमी से दूर रख सकूं.’
उन्होंने कहा, ‘कुछ महान लोगों में भी कमियां रही हैं, और जबकि कुछ बुरे लोगों में भी अच्छे गुण देखे गए हैं.’ मोदी ने कहा कि उनकी भी कुछ ऐसी कमजोरी है, जिससे आम लोग प्रभावित होते हैं. लेकिन उन्होंने फौरन यह बात जोड़ते हुए कहा कि उनके संस्कार ने उन्हें जीवन में बढ़ने में मदद की है, इसलिए समय के साथ त्रुटिया कम हो गई हैं. (आजतक)