अपनी महिला सहकर्मी के यौन उत्पीड़न के आरोपी तहलका के पूर्व संपादक तरुण तेजपाल की पुलिस रिमांड कोर्ट ने आज चार दिन के लिए और बढ़ा दी है. तेजपाल पिछले छह दिनों से पुलिस रिमांड पर हैं. आज उनकी रिमांड की अवधि खत्म हो रही थी इसलिए पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश कर उनकी रिमांड बढ़ाये जाने की मांग की थी.
वहीं तहलका की पू्र्व एमडी शोमा चौधरी ने आज गोवा में मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराया. इसके पहले कल शुक्रवार को मजिस्ट्रेट ने तीनों गवाहों का बयान दर्ज किया था. गोवा पुलिस ने शोमा चौधरी और तहलका के तीन अन्य पूर्व कर्मचारियों को सम्मन जारी कर अपना बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था.
शोमा चौधरी और ये तीनों गवाह उन लोगों में शामिल हैं जिनसे पीड़िता ने घटना के बारे में बताया था. गोवा पुलिस ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट से इन चारों का मजिस्ट्रेट के सम्मुख बयान दर्ज करने के लिए सम्मन भेजे जाने की अनुमति मांगी थी जिस पर कोर्ट ने अपनी सहमति जता दी थी. सीआरपीसी की धारा 164 के तहत किसी मेट्रोपोलिटन या न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष दिया गया बयान कोर्ट में स्वीकार होता है. अगर बयान देते वाला इससे मुकरता है तो उसके खिलाफ झूठी गवाही का मामला चलाया जा सकता है.
गोवा पुलिस पहले भी दिल्ली स्थित तहलका के दफ्तर में शोमा चौधरी से पूछताछ कर चुकी है. शोमा उस समय तहलका की मैनेजिंग एडिटर थीं. गोवा पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि शोमा का बयान बहुत महत्वपूर्ण है क्यूंकि घटना की पहली लिखित शिकायत उनसे ही की गई थी. इसीलिए हमने उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए सम्मन भेजने का निर्णय लिया था.