यशवंत राणा और भूपेंद्र नारायण भुप्पी की जोड़ी महुआ में पूरी तेजी से बैटिंग कर रही है. ताजी सूचना के मुताबिक लखनऊ में महुआ के आफिस के सारे साजो-सामान को भुप्पी ने सील कराकर दिल्ली भिजवा दिया है. इस तरह अब यूपी हेड कुमार सौवीर बिना आफिस और बिना कंप्यूटर-कैमरा के पत्रकारिता कर रहे हैं और चर्चा ये है कि संभवतः कुमार सौवीर को हटाकर किसी नए व्यक्ति को महुआ, यूपी की जिम्मेदारी दी जाएगी.
हालांकि कुमार सौवीर महुआ के पुराने और निष्ठावान लोगों में से हैं लेकिन जिस तरह महुआ में पुरानों और निष्ठावानों का क्रियाकर्म हो रहा है उससे अंदाजा यही लग रहा है कि कुमार सौवीर भी न बचेंगे. हालांकि खबर लिखे जाने तक कुमार सौवीर महुआ के हिस्से बने हुए हैं. वहीं एक चर्चा ये भी है कि महुआ प्रबंधन कुमार सौवीर की ही अगुवाई में महुआ के यूपी चैनल को लांच करेगा. लेकिन इसकी संभावना इसलिए कम लग रही है क्योंकि जिस तरह से भुप्पी ने पिछले दिनों लखनऊ और कानपुर की यात्रा के दौरान कुमार सौवीर को भरोसे में न लेते हुए आफिस से सामान समेटने का एकतरफा फरमान सुना दिया वह लखनऊ की मीडिया सर्किल में चर्चा का विषय है.
और इसका अर्थ कुमार सौवीर से किनारा करने के रूप में निकाला जा रहा है. यूपी की पत्रकारिता में कुमार सौवीर बेदाग और ईमानदार पत्रकारों में शुमार किए जाते हैं. बेहद जुझारू और साहसी इस पत्रकार ने महुआ से पहले हिंदुस्तान, दैनिक जागरण समेत कई बड़े अखबारों में विभिन्न शहरों में नौकरियां की. अपने स्वाभिमानी और आक्रामक स्वभाव के कारण दलाल व बेईमान किस्म के पत्रकार व अधिकारी कुमार सौवीर के सामने पड़ने से बचते हैं. देखना है कि कुमार सौवीर से मुक्ति पाने के बाद महुआ कितने दिन चैन की बंसी बजा पाता है.
अभय त्रिपाठी
May 4, 2011 at 8:02 am
सौवीर सर आप को किसी बैनर के पहचान की जरूरत ही क्या है….आज महुआ ने यूपी में अपना अस्तित्व बनाया तो वो सौवीर जी की ही बदौलत… अगर वही नहीं रहेंगे तो महुआ यूपी से विलीन हो जाएगा………
मदन कुमार तिवारी
May 4, 2011 at 9:53 am
सौवीर जी जैसे काबिल लोगो को हटाकर महुआ चैनल भी ज्यादा दिन नही टिक सकता । पत्रकारिता में भी हद दर्जे की जलनशीलता है ।
kunwar chandra pratap singh
May 4, 2011 at 12:41 pm
सौवीर जी को महुआ से निकालने का निर्णय हदप्रभ है पर आश्चर्य चकित करने वाला नहीं….क्योंकि महुआ चैनल को पहचान दिलवाने वाले अंशुमन जी जब चैनल से साइड किया जा सकता है तो….फिर सौवीर जी को किनारे किया जाना आश्चर्य चकित नहीं करता….देखने वाली बात यह है कि और किस-किस को महुआ मैनेजमेंट अभी साइड करेगा….सौवीर जैसे अनुभवी पत्रकार को यदि मैनेंजमेंट साइड कर रहा है तो निश्चित रुप से महुआ चैनल के लिए क्षति है….सौवीर जी को तो दूसरी नौकरी मिल ही जायेगी…..सौवीर जी कोई बात नहीं आप महुआ में रहे या न रहे पर उत्तर-प्रदेश में महुआ को पहचान दिलाने में आपकी भूमिका को कोई नहीं भूलेगा….
आपका…
कुंवर चंद्र प्रताप सिंह
प्रोड्यूसर
जीएनएन न्यूज
रजनीश त्रिपाठी
May 4, 2011 at 1:37 pm
उत्तर प्रदेश महुआ से कुमार सौवीर का जाना, इसका मतलब साफ है कि महुआ के दुर्दिन शुरु ,महुआ के लोग वाकई महुआ बिनेगे।
kaushal seth
May 4, 2011 at 1:38 pm
सौवीर सर जैसा कोई नही है,जिस तरह से उन्होंने यु.पी.ब्यूरो चीफ के पद पर रह कर कम्पनी को एक अरसे से अपनी सेवाएं दीं हैं और अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले तमाम जिलों के संवाददाताओं को एक माला में पिरो कर रखा है निश्चित ही उनके साथ कोई अप्रिय घटना नही घट सकती l क्यूंकि सौवीर सर तो वो शख्सियत हैं की” जहाँ रहेगा वहां रौशनी लुटायेगा, किसी चिराग का अपना मकाँ नही होता” l
sanjay sharma.
May 4, 2011 at 5:30 pm
भगवान करे ऐसा न हो. कुमार सोवीर ईमानदार और दिल के साफ़ पत्रकार है.उनके साथ अन्याय नहीं होगा.
Yogendra
May 5, 2011 at 1:01 pm
चिंता करने की कोई बात नहीं है महुआ नहीं था तो कुमार सौबीर के पास काम था. महुआ में नहीं तो बहुत सारे अखबार है
vishal singh raghuvanshi
May 6, 2011 at 5:04 am
कुछ तो लोग कहेंगे…कुछ का काम है कहना………..
vishal singh raghuvanshi,lucknow