अलीगढ़ : ‘अमर-कथा’ से कई चेहरों से नकाब उतरते देख भाजपा एक तीर से दो शिकार साध रही है। प्रदेशाध्यक्ष सूर्यप्रताप शाही ने कहा कि अमर सिंह के टेप बताते हैं कि किस तरह के लोग सत्ता के शीर्ष तक पहुंचे और कैसे सत्ता का दुरुपयोग किया। दूध में नहाए बनने वाले मुलायम की भी सच्चाई बता दी है कि कैसे एक औद्योगिक घराने से साठ-गांठ करके क्षति पहुंचाई गई। टेप ने दिखा दिया कि कुछ नेताओं की हरकतें कितनी ओछी हैं।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सूर्यप्रताप शाही शुक्रवार रात दिल्ली से यहां पहुंचे थे। रात्रि विश्राम के बाद इलाहाबाद रवाना होने से पहले शनिवार सुबह पार्टी की महिला इकाई की प्रदेशाध्यक्ष मधु मिश्रा के जीटी रोड स्थित आवास पर मीडिया से मुखातिब हुए। श्री शाही ने यूपी सरकार के चार साल के कार्यकाल को बेहद खराब और घपले-घोटालों से लबरेज बताया। चुटकी ली कि मुख्यमंत्री अन्ना हजारे की आलोचना कर रही हैं लेकिन चार साल में हुए 100 घोटालों की जो फेहरिस्त भाजपा ने पेश की है, उसमें ही 2.54 लाख करोड़ का गोलमाल खुल चुका है। प्रदेशाध्यक्ष ने सपा-बसपा को लपेटा कि दोनों सरकारों ने लाखों-करोड़ों की चोट जनता को दी है। प्रदेश सरकार के चार साल के कार्यकाल को हर मोर्चे पर विफल बताया।
दलील दी कि बिजली का घनघोर संकट है। उत्पादन अभी तक नहीं बढ़ा। अपराधी यूपी को घरौंदा बनाए हुए हैं। अब तो छात्राओं का भी अपहरण होने लगा है। किसानों की जमीन छीनकर पूंजीपतियों के हवाले की जा रही है। जो इसका विरोध कर रहे हैं, उन पर गोली लाठी चल रही हैं। विकास के पायदान पर यूपी हर स्तर पर नीचे है। उन्होंने कहा कि यूपी में उनकी सरकार बनने पर बसपा सरकार में हुए घोटालों की जांच के लिए आयोग गठित करेंगे। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में 24 मई को पांचवीं महासंग्राम रैली है। हर रैली में उमड़ रहे जनसमूह ने बता दिया है कि अगला दौर भाजपा का है। 15 मई को लखनऊ में अधिवक्ता सम्मेलन है।
अमर सिंह और मुलायम सिंह यादव की बातचीत सुनने के लिए क्लिक करें- अमर कथा टेप
Comments on “‘अमर कथा से मुलायम सिंह यादव की असलियत उजागर’”
लोकतंत्र फिर भी जिंदा है!
निगम पार्षद नोट कमाता
एम एल ए विश्वास गँवाता
सांसद अपना शर्मिन्दा है ,लोकतन्त्र फिर भी ज़िन्दा है ॥
व्यवसायी हर टैक्स बचाता ।
अध्यापक ट्यूशन की खाता
पत्रकार इक कारिन्दा है । लोकतन्त्र फिर भी ज़िन्दा है ॥
डाँक्टर भारी लूट मचाता
अभियन्ता अभियान चलाता
बेघर हर इक बाशिन्दा है। लोकतन्त्र फिर भी ज़िन्दा है ॥
किसान क़िस्मत का है मारा
नेताओं में बँटता चारा
रिश्वतख़ोरी ताबिन्दा है। लोकतन्त्र फिर भी ज़िन्दा है ॥
kalyug ki yah katha sunne se amarta ki prapti ho ;D
this is a real dirty politics..
ganesh shanker gupta
freelauncer unnao
9208253912
wah re neta ji . akhir apne dikha hi diya ki politics kis chidiya ka nam hai