नई दिल्ली : एयरसेल-मैक्सिस डील में भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे पूर्व दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन व उनके भाई कलानिधि की मुश्किलें और बढ़ने वाली है। सीबीआई के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनके खिलाफ मनी लांड्रिंग रोकने के कानून के तहत केस दर्ज करने का फैसला किया है। इसके तहत ईडी मारन परिवार की कंपनी सन डायरेक्ट की संपत्ति जब्त कर सकता है।
ईडी 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि के परिवार की कंपनी कलैंगनार टीवी को डीबी रियलिटी से लोन के रूप में मिले 223 करोड़ रुपये जब्त कर चुकी है। घोटाले में फंसी अन्य कंपनियों की संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया अभी चल रही है। सोमवार को मारन बंधुओं के ठिकानों पर सीबीआइ के छापे के बाद मंगलवार को ईडी की एक उच्च स्तरीय बैठक में मनी लांड्रिंग का केस दर्ज करने का फैसला किया गया। इसके बाद ईडी ने सीबीआई को आधिकारिक रूप से मारन के खिलाफ दर्ज एफआईआर की प्रति मांग ली है।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘अगले कुछ दिनों में इस मामले में मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर लिया जाएगा।’ मारन पर आरोप है कि उन्होंने दूरसंचार मंत्री रहते हुए अनिवासी भारतीय एस शिवशंकरन को एयरसेल कंपनी मैक्सिस ग्रुप को सस्ते में बेचने के लिए मजबूर किया था। इसके एवज में मैक्सिस ग्रुप ने अपनी सहयोगी कंपनी एस्ट्रो के माध्यम से मारन परिवार की कंपनी सन डायरेक्ट में लगभग 600 करोड़ के शेयर खरीदे थे। शेयर तत्कालीन बाजार भाव से काफी ज्यादा कीमत पर खरीदे गए थे। ईडी यह पता लगाने की कोशिश करेगा कि सन डायरेक्ट में कितना वास्तविक निवेश था और कितना रिश्वत के रूप में।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘रिश्वत के रूप में किए गए निवेश और उससे आगे हुई आमदनी का आकलन कर उन्हें जब्त किया जाएगा।’ उधर, सीबीआइ एयरसेल-मैक्सिस समझौते के विवादास्पद मामले में मलेशिया स्थित मैक्सिस समूह के अध्यक्ष टी आनंद कृष्णन को पूछताछ के लिए बुला सकती है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनसे अभी तक पूछताछ नहीं की है। सीबीआई के सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ब्रिटेन स्थित एस्ट्रो ऑल एशिया नेटवर्क के निदेशक राल्फ मार्शल, सन डायरेक्ट टीवी के निदेशक कलानिधि मारन और पूर्व संचार मंत्री दयानिधि मारन को भी जल्द ही तलब कर सकती है। साभार : जागरण