सन्मार्ग, रांची में 11 अक्टूबर को उस समय अफरातफरी मच गई जब संपादक की डांट से एक महिला पेजीनेटर बेहोश हो गई. डरे सहमें लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया. वह अब तक सामान्य नहीं हो पाई है. खबर यह है कि गजल सम्राट जगजीत सिंह के निधन पर सन्मार्ग ने उनके सम्मान में एक विशेष पेज प्रकाशित किया था, जिसमें उनसे जुड़ी तमाम खबरों, स्मृतियों, संस्मरणों को संजोया गया था.
पर इतनी मेहनत के बाद भी एक चूक हो गई. इस चूक ने तमाम लोगों का मन खट्टा कर दिया. जगजीत सिंह पर हुए इस विशेष कवरेज को नाम दिया गया था ‘गजल-ए-आजम’, परन्तु किसी की गलती के चलते फाइनली यह ‘गजल-ए-अजम’ छप गया. सुबह जब अखबार संपादक बैद्यनाथ मिश्र ने देखा तो उनका पारा गरम हो गया. जांच पड़ताल में इस गलती के लिए पेजीनेटर रीना पोद्दार को जिम्मेदार माना गया. उनके आते ही संपादक ने उन्हें बुलाकर इतना तेज डांटा कि रीना अकबका के बेहोश हो गईं. संपादक महोदय के भी हाथ-पांव फूल गए. उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उन्हें काफी देर बाद होश आया. डांट से सहमी रीना अब भी डॉक्टरों की देखरेख में हैं.
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
Bijay singh
October 13, 2011 at 5:16 pm
baidynath ji areee ab aap ranchi express me tode hi hain jo itna jor dantatae hain…jara dhire se samjayiye….
kumarkalpit
October 13, 2011 at 10:01 pm
YAH TW AAM BAAT HAI.RASHTRIYA SAHARA DEHRADUN ME TW BECHARE SAMPADAK YEK MAHILA KE @CHILLANE” PAR DUBAK JATYN HAIN ..UKAT MAHILAA KARMCHAREE KAAM-DHAM KUCH NAHEE KARTII.. USHKA YEK SUTRIY KAM HAI.. AATE HEE GHNTON MOBAIILL PAR (KALL DITEL CHIK KI JA SAKTEE HAI) BATEN KARNA.. CHOTEE-CHOTEE BAATON PAR LOGON SE BHIR JANA… MUKHAYALAY (NOYEDA) ME APNEE PAHUNCH KE NAAM PAR LOGON KO DABAW ME LENAA TAKI KAM NA KARNA PADE..SAMPADAK TAK USSE HAR CHUKE HAI.KISEE KO 1-1 DIN KE AWKASH KE LIYE NAKON CHNE CHABANE PADTEN HAI PAR YAH DANKE KEE CHOT PAR AWKASH LETEE HAI YAHEE..YAHEE NAHEE YAH AAYEDIN BEEMAR HO JATEE HAI. BEEMAREE KA PAISA ESI SE JWO MIL JATA HAI. YASWANT JEE YAH KISEE KO NISHANA BANANE KE LIYE NAHEE LIKHA JA RAHA HAI.IS MAHILA KEE HAKTON SE DARJNO KARMCHREE PARESHAN HAIN.