महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार द्वारा अपने बयान पर माफी मांगे जाने से इनकार करने तथा सीएम पृथ्वीराज चव्हाण के उदासीन रवैये से आहत पत्रकारों ने राज्य में इनके खिलाफ जंग छेड़ने का निर्णय लिया है. 16 संगठनों के संयुक्त महाराष्ट्र पत्रकार हमला विरोधी संघर्ष समिति की बैठक में 15 फरवरी को राज्य भर में मोर्चा निकालने का निर्णय लिया गया.
इसके पहले पत्रकारों ने मुख्यमंत्री के प्रेस कांफ्रेंस का भी बायकॉट किया था. एसएम देशमुख की अध्यक्षता में हुई बैठक में पत्रकारों ने इस बात भी नाराजगी जताई कि नांदेड़ की सभा में पत्रकारों को पीटने वाले पुलिस इंस्पेक्टर को निलंबित करने की मांग पर भी सीएम ने ‘देखते हैं’, ‘जानकारी लेते हैं’, ‘जांच करवाते हैं’, ‘पता लगाते हैं’ का राग अलापना जारी रखा है. जबकि अजित ने कहा है कि वे पत्रकारों से माफी क्यों मांगे.
उपमुख्यमंत्री अजित पवार के खिलाफ अब पत्रकार संगठनों ने राज्य व्यापी आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया है. आगामी 15 फरवरी को राज्य के सभी तालुका व जिला मुख्यालयों पर पवार के खिलाफ मोर्चा निकाला जाएगा. पत्रकारों के इस आंदोलन को कांग्रेस के कुछ मंत्रियों सहित दादा की ‘दादागीरी’ से नाराज राकांपा के कुछ मंत्री भी अपरोक्ष रुप से समर्थन दे रहे हैं.
गुरुवार को मंत्रालय के पत्रकार कक्ष में हुई पत्रकार संगठनों की बैठक में उपमुख्यमंत्री के खिलाफ आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया है. 15 फरवरी को मुंबई सहित राज्यभर में मोर्चा निकाला जाएगा. दोपहर 1 बजे गिरगांव चौपटी स्थित लोकमान्य तिलक प्रतिमा के सामने से मार्चा निकाला जाएगा, जहां से यह मोर्चा आजाद मैदान पहुंचेगा. नांदेड में अजित पवार ने मीडिया को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. जिसके बाद पत्रकार संगठनों ने पवार से माफी मांगने को कहा था. पर वे इसके लिए तैयार नहीं हैं.
इस बीच अजित पवार के बचाव में उतरे राकांपा के कुछ मंत्री सार्वजनिक रुप से यह कह रहे हैं कि अजित पवार ने ऐसा कुछ नहीं कहा, जैसा प्रचारित किया जा रहा है. जबकि अंदरखाने वे इस मामले को तुल देने में लगे हुए हैं. अजित पवार की कार्यप्रणाली से राकांपा के कई वरिष्ठ मंत्री नाराज हैं ही कांग्रेस के मंत्री भी उनकी दादागीरी अब सहने के मूड में नहीं हैं. वे चाहते हैं कि मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण अजित पवार की लगाम कसें. इस बीच राकांपा के एक वरिष्ठ मंत्री पत्रकारों व अजित पावर के बीच समझौता करने में लगे हुए हैं. गुरुवार को उन्होंने पत्रकार संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा की. हालांकि वे मंत्री महोदय भी इस प्रकरण से खुश बताए जाते हैं. क्योंकि वे अजित पवार के दुर्व्यवहार के शिकार हो चुके हैं.
मंत्रालय में मुख्यमंत्री की प्रेस कांफ्रेंस का बहिष्कार करने के साथ ही पूरे राज्य में उपमुख्यमंत्री के कार्यक्रमों के वहिष्कार का सिलसिला जारी है. बुधवार की रात ठाणे में अजित पवार के कार्यक्रम का पत्रकारों ने बहिष्कार किया था. गुरूवार को अजित पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए मीडियाकर्मियों ने अपने कैमरे बंद कर लिए. औरंगाबाद में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का बहिष्कार किया गया.
राकांपा के वरिष्ठ नेता उपमुख्यमंत्री अजित पवार की टिप्पणी से नाराज भायंदर के पत्रकारों ने उनकी पार्टी के नेता गृहमंत्री आरआर पाटिल के कार्यक्रम का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. शुक्रवार को उत्तन में जन मार्गदर्शन शिविर का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पाटिल करेंगे. मीरा-भायंदर महानगर पालिका पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजशेखर शिवगुंडे ने पत्रकारों से गृहमंत्री पाटिल के कार्यक्रम का बहिष्कार करने का आह्वान किया है.