दैनिक हिंदुस्तान के बैनर तले 20 वर्षों से लगातार बैटिंग कर रहे वरिष्ठ पत्रकार रासबिहारी ने अब इस संस्थान को गुडबाय बोल दिया है। वे अब आलोक मेहता की नव दुनिया की टीम के महारथी होंगे। जी हां, नई दिल्ली से जल्द लांच होने वाले नई दुनिया समूह के अखबार नई दुनिया में अच्छे पद और पैकेज पर रासबिहारी ज्वाइन करेंगे। उन्होंने फिलहाल दैनिक हिंदुस्तान को अपनी पारी खत्म करने के बाबत नोटिस भेज दिया है।
वर्ष 1988 में आईआईएमसी, नई दिल्ली से पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा करने वाले रासबिहारी उसी वर्ष से हिंदुस्तान के साथ हैं। वे चार वर्षों (1996-1999) तक मेरठ में हिंदुस्तान के ब्यूरो चीफ रहे और वहां से उन्होंने पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को कवर करने की जिम्मेदारी निभाते रहे। रासबिहारी पढ़ाई के समय से ही पत्रकारिता के फील्ड में सक्रिय हो गये थे। तब वे पंजाब केसरी, नवभारत टाइम्स और ट्रिब्यून जैसे अखबारों के लिए बतौर स्ट्रिंगर काम करते थे। बाद में वे वीर अर्जुन और विकासशील भारत जैसे अखबारों में बतौर वर्किंग जर्नलिस्ट जुड़े। उसके बाद जब वे दैनिक हिंदुस्तान से जुड़े तो उसके ही होकर रह गए। इस अखबार में काम करते हुए रासबिहारी ने हर तरह के दायित्वों को निभाया। कभी संडे मैग्जीन के इंचार्ज होकर कई चर्चित इंटरव्यू किए तो कभी रिपोर्टिंग में बड़ी बड़ी खबरें ब्रेक कर पत्रकारिता जगत में नाम कमाया।
सूत्रों का कहना है कि रासबिहारी नई दुनिया में काफी सीनियर पोजीशन में जा रहे हैं और उन्हें अच्छा पैकेज भी मिला है। नई दुनिया समूह जिस तरह बड़े-बड़े नामों को राष्टीय राजधानी में लांच किए जाने वाले अपने अखबार के लिए जोड़ रहा है, उससे इस बात के पक्के संकेत मिल रहे हैं कि दिल्ली के स्थापित हिंदी अखबारों को कड़ी चुनौती मिलने वाली है।
रासबिहारी को नई पारी के लिए B4M की तरफ से ढेर सारी शुभकामनाएं। अगर आप भी उन्हें विश करना चाहते हैं तो उन्हें [email protected] पर मेल कर सकते हैं।