मेरी बददुआएं हमेशा श्योराण और लाठर के साथ हैं : यशवंत जी, ‘अभी-अभी’ अखबार के साथ पुलिस जो कर रही है वह बहुत बुरा है। मैं इसकी निन्दा करता हूं। आप अपने पोर्टल में खूब छाप रहे हैं, मैं आपकी प्रशंसा करता हूं। मझे याद है जब ये अखबार शुरू हो रहा था तब भी आपने खूब प्रचार किया था इस अखबार का। लेकिन भ्रष्टाचार की पोल खोलने का दावा करने वाले इस अखबार के तथाकथित मालिकों ने मेरे जैसे पत्रकारों के साथ क्या किया, यह बताने की आपने जरूरत नहीं समझी। हमारे जैसे नौकरी करके बच्चों को पालने वाले लोगों का आपके इस परम मित्र श्योराण और लाठर ने सड़क पर लाकर पटक दिया। बच्चों को खाने की व्यवस्था तक नहीं हो पायी। स्कूल से बच्चों का नाम कट गया। आपके ये दोनों मित्र मोबाइल तक नहीं उठाते थे। आप खुद को निष्पक्ष बताने वाले लोग सच में कितने बडे़ पाखंडी हैं।
यदि पाखंडी नहीं हो तो मेरी इस चिट्ठी को भी छापो। बताओ पत्रकार जगत को कि ये जो आज पुलिस से बचने के लिए पत्रकारों और भड़ास4मीडिया जैसे पोर्टल का इस्तेमाल कर रहे हैं, इन्होंने सैकड़ों परिवारों को भुखमरी की कगार पर पहुंचा दिया था। मेरी बददुआएं हमेशा श्योराण और लाठर के साथ हैं। आप जैसे लोग इन्हें पुलिस से बेशक बचा लो, मेरी जैसे लोगों की बददुआओं से बचा सको तो बचा लेना और खबरदार ऐसे लोगों का ज्यादा पक्ष न लिया करो, भगवान से भी डरो।
आज आपको चिन्ता है कि पुलिस पत्रकारिता का गला घोंट रही है, जब ये दोनों पत्रकारों का गला घोंट रहे थे, बेरोजगार कर दिए गए पत्रकारों के बच्चे भूखे थे और ये दोनों अपनी आलीशान गाड़ियों पर घूम रहे थे तब कहां चले गये थे आप। ऐसी हरकतों से बाज आइये जनाब। ये निष्पक्ष पत्रकारिता का चोगा उतार फेंकिए और श्योराणों-लाठरों के जमात में शामिल हो जाइये। सुना है ‘अभी-अभी’ की आड़ में मोटा कमा गये हैं, शायद कुछ आपको भी मिल जाये और हो सकता है मिल भी गया हो वरना यह जानते हुए भी कि दोनों महाचोर हैं, कैसे इनके साथ ऐसी सहानुभूति रखे हुए हैं?
मेरा नाम त्रिलोचन भट्ट है। ‘अभी-अभी’ में फरीदाबाद में था। दैनिक भास्कर से आया था मैं। ये लोग खुद मोटा खाते रहे, हमारे बच्चों को कई बार रोटी तक नहीं मिली और आप हैं कि इनकी चिन्ता में पतले हुए जा रहे हैं। ये लोग सौ चूहे खाकर हज को जाना चाहते थे, दबोच लिया पुलिस ने। पुलिस के चंगुल से छूट भी जायें तो भी जिन्दगी में चैन नहीं पायेंगे ये।
त्रिलोचन भट्ट
पत्रकार
trilochan
February 13, 2010 at 6:24 pm
bhai trilochan ,,,shyoraan aur laathar ke sath ap ki bate kadvi hain aur sachhi bhi ,,,
Trilochan s kalra
Photojournalist/Actor/Anchor/Script writer
Sr Lecturer Amity school of communication lko–09451781960