बिना कमीशन ‘डीबी स्टार’ बांटने से इनकार : ग्वालियर से आ रही एक खबर के मुताबिक हाकरों ने दैनिक भास्कर अखबार उठाने और बांटने से इनकार कर दिया है. ऐसा लफड़ा कमीशन के चक्कर में हुआ है. पिछले दिनों भास्कर समूह ने ग्वालियर में डीबी स्टार नामक टैबलायड लांच किया और इसे अपने पाठकों को फ्री देने का ऐलान किया. हाकर का कहना है कि यह टैबलायड डीबी स्टार एक नया अखबार है और इसे बांटने के लिए उन्हें कमीशन चाहिए. सूत्रों के मुताबिक भास्कर प्रबंधन दैनिक भास्कर के साथ डीबी स्टार बांटने पर भोपाल में प्रति कापी तीन पैसे और जबलपुर व इंदौर में प्रति कापी 16 पैसे हाकरों को देता है. पर वह ग्वालियर में हाकरों को एक पैसा भी कमीशन देने को इच्छुक नहीं है.
यहां भास्कर के लोग हाकरों से कह रहे हैं कि यह अलग अखबार नहीं बल्कि भास्कर का ही हिस्सा है इसीलिए इसे पाठकों को फ्री दिया जा रहा है. हाकरों का कहना है कि यह निःशुल्क होगा पाठकों के लिए पर उनके लिए तो नया अखबार है क्योंकि यह 12 पेज का अखबार रोजाना, नए नाम से व अलग साइज में निकलता है और इसे भास्कर के मेन अखबार के साथ इनसर्ट कर बांटना पड़ता है. इस एक्स्ट्रा कवायद व अलग अखबार बांटने के लिए उन्हें कमीशन मिलना ही चाहिए. सूत्रों के मुताबिक पिछले कई दिनों से अखबार प्रबंधन व हाकरों के बीच बहस-बवाल चल रहा है. कल रात की रिपोर्ट है कि ग्वालियर शहर में आधे से ज्यादा भास्कर सेंटरों से उठा नहीं. ग्वालियर के संजय कांप्लेक्स सेंटर से दैनिक भास्कर के बहिष्कार की शुरुआत हुई और यह आग धीरे धीरे पूरे शहर में फैल रही है.
सूत्रों का कहना है कि ग्वालियर से पत्रिका अखबार भी जल्द ही लांच होने वाला है और पत्रिका की सरकुलेशन की टीम ग्वालियर में जमी हुई है. पत्रिका के प्रसार वाले भी दैनिक भास्कर के बहिष्कार को हवा दे रहे हैं और हाकरों को कमीशन लेने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. उधर, भास्कर, ग्वालियर से जुड़े सूत्र कह रहे हैं कि ग्वालियर में भास्कर प्रबंधन ने हाकरों के लिए डीबी स्टार के साथ एक नई स्कीम शुरू की है. इस स्कीम के मुताबिक अगर कोई हाकर अभी तो जितनी कापी दैनिक भास्कर की बेचता रहा है, उतनी ही आगे भी बेचता रहा तो उसे प्रति कापी डीबी स्टार के लिए महीने में पांच रुपये मिलेंगे. अगर भास्कर प्रबंधन डीबी स्टार पर प्रति कापी रोजाना 16 पैसे कमीशन देता है तो यह महीने भर में चार रुपये अस्सी पैसे बैठता है. भास्कर प्रबंधन हाकरों के चार रुपये अस्सी पैसे की बजाय पांच रुपये दे रहा है. ऐसे में हाकरों का हड़ताल की ओर अग्रसर होना उचित नहीं है.
पर हाकरों के नेता लाल सिंह कहते हैं कि कोई हाकर कैसे गारंटी दे सकता है कि उसकी कापी कम नहीं होगी. कल को यहां से पत्रिका लांच होना है और वे लोग भी अपने अखबार को जमाने-बढ़ाने के लिए स्कीम चलाएंगे. ऐसे में अगर भास्कर की कापियां गिरती हैं तो फिर तो हाकर को एक पैसे भी नहीं मिलेगा. सूत्रों के मुताबिक भास्कर की हाकरों के लिए जो स्कीम है उसमें अगर एक भी कापी हाकर कम बेचता है तो उसे स्कीम का लाभ नहीं मिलेगा. हाकरों का कहना है कि दैनिक भास्कर अखबार बांटने पर महीने भर में जो प्रति कापी 22 रुपये कमीशन मिलता है सिर्फ उसी कमीशन में डीबी स्टार का वितरण संभव नहीं है. बताया जा रहा है कि भास्कर के लोग हाकर नेताओं से संपर्क नहीं कर रहे हैं और न ही कोई बातचीत कर रहे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में हाकरों का विरोध बढ़ता जाएगा.
mahesh lilolia
March 23, 2010 at 10:44 am
DAINIK BHASKAR galat kar raha hai..DB STAR se jo har mahine lakho rupee ke Advt aayenge uska kya? bhakar ko profit batna hi chahiye..hakaro ke karan hi to unka akhbar logo tak pahuchega…DAINIK BHASKAR managment ko kuch batein samajhni chahiye..gwalior ke bare me..
– hokaro ko kamission nahi diya aur wo log patrika se mil gaye toh?
– yadi DB STAR roj sabko nahi bata toh?
– baskar ki credit bhi kharab ho rahi hai..
Uday Pratap Singh
March 23, 2010 at 11:06 am
it’s right. DB Star is not a part of Denik Bhasker. it’s a indipendent News paper.
ASHENDRA SINGH
March 24, 2010 at 9:34 am
डीबी स्टार के आने से ग्वालियर में पाठकों को एक नए तरह का कलेवर मिला है . यह सच है की डीबी स्टार भास्कर के साथ मुफ्त दिया जा रहा है, लेकिन इस का मिजाज़ भास्कर से अलग एक स्वतंत्र अख़बार का मिजाज़ है . ऐसे में होकर्स की मनमर्जी नहीं पाठकों की पसंद प्राथमिक होती है .
udsetghhjkjk
March 25, 2010 at 10:25 am
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abnish shrivastav
March 25, 2010 at 4:20 pm
bhaskar suru se hi chote karmchariyon ka khoon choosta aa rha hai. Ab usne Hokaro ko is ketagari main samil kiya. isme koi nai bat nahi hai.