चंडीगढ़ : पंजाब की नगरपालिकाओं और नगर परिषदों के चुनावों की घोषणा की जा चुकी है. इस तरह, पेड उर्फ प्रायोजित खबरें एक बार फिर लोकतंत्र के साथ भद्दा मजाक करती पूरे प्रदेश भर में नजर आएंगी. पैसे के दम पर मतदाता को बेवकूफ बनाया जाएगा.
चुनावी खर्च की अधिकत्तम सीमा को भी पेड न्यूज के जरिए रौंदा जाएगा. कुछ समाचार पत्रों और न्यूज चैनलों के मालिक पेड न्यूज के इस खेल में करोड़ों के वारे-न्यारे करके भले ही खुद को सफल व्यवसायी होने का दंभ भरेंगे लेकिन इस खेल से पत्रकारिता की आत्मा पर जो हमले और घाव होंगे उनका कोई उपचार करने वाला नहीं दिख रहा है. लोकसभा और विधान सभा चुनावों में पेड न्यूज का खेल जिस तरह खेला गया, उसके आरोपी अब भी छुट्टे घूम रहे हैं. हम सभी तमाशाई बने हुए हैं. कानून भी तमाशाई बन चुका है. बिल्ली के गले में घंटी बांधेगा कौन?
som
May 6, 2010 at 1:35 pm
bahu acha laga apke ojasavi vizar sunker