: भ्रष्ट हिंदी में लिखे पत्र में क्रांति का नाम पांच कर्मियों के तबादले की लिस्ट में : क्रांति चतुर्वेदी ने बताया कि उनका ससम्मान प्रमोशन किया गया है. उन्हें ग्रुप एडिटर बना दिया गया है. उन्हें प्रमोशन के साथ ट्रांसफर किया गया है. उन्हें इंदौर से भोपाल भेजा गया है. ये सब कहना था क्रांति का. पर उनके आफिस से उनके तबादले की जो चिट्ठी जारी हुई है, वो तो कुछ और चुगली कर रही है. उसमें क्रांति का नाम चार अन्य कर्मचारियों के नाम के साथ ट्रांसफर की लिस्ट में दर्ज है और क्रांति को भी कर्मचारी कह कर पत्र में संबोधित किया गया है.
नवभारत, इंदौर के प्रशासक अशोक भंडारी की तरफ से जारी पत्र में यह कहीं नहीं लिखा गया है कि क्रांति का प्रमोशन हुआ है और उन्हें भोपाल भेजा जा रहा है. पत्र में सिर्फ इतना कहा गया है कि इन पांच लोगों का तबादला किया जा रहा है. पत्र की हिंदी कितनी भ्रष्ट है, इसका अंदाजा आपको पत्र पढ़कर हो रहा होगा. अब ये समझ में नहीं आ रहा कि क्रांति जी भड़ास4मीडिया से झूठ बोल रहे हैं या उनके आफिस ने झूठा पत्र जारी कर दिया है. जो भी है, पत्र आपके सामने है. संभव है, इस पत्र के अलावा भी कोई पत्र जारी हुआ हो. अगर ऐसा है तो फिर क्रांति जी की बात सही है. पत्र ये है–
Rukmani Mittal, Indore
August 3, 2010 at 3:28 pm
Navabharat ke Shri 420 Sumeet-Praphull Maheshwari our unke prabandhan ne to DADA Ramgopal ji ka naam mitti me hi mila diya….jab tak DADA the tab tak Navabharat hindustan ki hindi patrakarita me sirmour tha our jab chor uchhakko ke hath me satta aai to naami samachar patra ko arsh se pharsh par aane me der nahi lagi. karmachari jo khoon ke aansu ro rahe he, yah sab sumeet our unke khas (…?) kranti chaturvedi our unki dakait mandli premnarayan sharma, amol vyas, usha dubey, manjula tomar ka hi kiya dhara he. our ye sab milkar navbharat ko loot rahe he. chhahe satte ka paisa ho ya advt our jahir suchna ka. usha dubey ke gar ka to aadha saman hi navbharat ka he jo unhe unke SAMRPAN ke inaam ke roop me vinay awasthi, kranti chaturvedi our ab deepesh shrivastav ne bhent kiya he. inme bhagwaan in papiyo ko pata nahi kab saja dega.
Meenakshi
August 4, 2010 at 3:39 am
न तो क्रांति झूठ बोल रहे है और न ही मैनेजमेंट बल्कि आप लोगो को गुमराह कर रहे है .. अपनी वेबसाइट को किसी के हाथो का खिलौना मत बनाओ.. क्रांति चतुर्वेदी का प्रोमोशन हो चुका और भोपाल ज्वाइन भी कर लिया. जीएम अशोक भंडारी के पत्र में यह कही नहीं लिखा है की उन्हें छिंदवाडा पहुचाया गया है.. यह पत्र केवल सूचना मात्र थी कि इन सभी को इंदौर से बाहर भेजा गया है.. कहाँ भेजा गया है यह सेल्फ लेटर में है..