नवभारत के क्रांति झूठ बोल रहे हैं या उनका अखबार?

: भ्रष्ट हिंदी में लिखे पत्र में क्रांति का नाम पांच कर्मियों के तबादले की लिस्ट में : क्रांति चतुर्वेदी ने बताया कि उनका ससम्मान प्रमोशन किया गया है. उन्हें ग्रुप एडिटर बना दिया गया है. उन्हें प्रमोशन के साथ ट्रांसफर किया गया है. उन्हें इंदौर से भोपाल भेजा गया है. ये सब कहना था क्रांति का. पर उनके आफिस से उनके तबादले की जो चिट्ठी जारी हुई है, वो तो कुछ और चुगली कर रही है. उसमें क्रांति का नाम चार अन्य कर्मचारियों के नाम के साथ ट्रांसफर की लिस्ट में दर्ज है और क्रांति को भी कर्मचारी कह कर पत्र में संबोधित किया गया है.

तीन खबरों का खंडन

: ‘सॉरी’ : भड़ास4मीडिया पर प्रकाशित तीन खबरों में करेक्शन है. इन करेक्शन को प्रकाशित कराया जा रहा है. इसे खंडन भी समझ सकते हैं. इसे माफीनामा भी मान सकते हैं. जिन तीन खबरों पर कुछ आपत्तियां आईं, पड़ताल करने पर ये आपत्तियां सही पाई गईं. इसलिए यहां करेक्शन दिया जा रहा है. ये तीन करेक्शन इस प्रकार हैं-

आरई समेत पांच पत्रकारों का तबादला

भड़ास4मीडिया को एक मेल के जरिए सूचित किया गया है कि नवभारत, इंदौर के पांच पत्रकारों का तबादला छिंदवाड़ा के लिए कर दिया गया है. इनमें स्थानीय संपादक भी हैं.

कर्मियों ने अपने मैनेजमेंट को भिजवाया नोटिस

सेलरी न मिलने से दुखी हैं नवभारत, इंदौर के मीडियाकर्मी : पिछले कई महीनों से वेतन नहीं पा रहे नवभारत, इंदौर के 33 कर्मचारियों ने मैनेजमेंट पर दावा ठोंकते हुए अपने वकील के मार्फत नोटिस जारी करवाया है. खबर है कि कर्मचारियों की ओर से उनके वकील दो नोटिस दे चुके हैं, लेकिन मैनेजमेंट ने इन नोटिसों को लेने से इनकार कर दिया है.