: आगरा घोषणा पत्र के तीस साल पूरे होने पर उपजा कर रही है आयोजन : आगरा में छह फरवरी को देश के मूर्धन्य पत्रकार और मीडिया संगठनों से जुड़े प्रमुख लोग जुटेंगे। उत्तर भारत के कई राज्यों से जुट रहे पत्रकार यूपी जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (उपजा) द्वारा आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में शिरकत करेंगे। इसमें मीडिया एथिक्स पर विस्तार से चर्चा होगी। सेमिनार पत्रकारों के आगरा घोषणा पत्र को तीस साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया है।
उपजा के अध्यक्ष रतन कुमार दीक्षित के अनुसार सेमिनार छह फरवरी (रविवार) को पूर्वान्ह 10.30 बजे आगरा कैण्ट स्थित होटल ग्रांड के सभागार में आयोजित किया गया है। इसका आयोजन दो सत्रों में होगा। पहले सत्र में सेमिनार का उद्धाटन तथा दूसरे सत्र में संगोष्ठी होगी। सेमिनार का उद्धाटन वरिष्ठ पत्रकार एडिटर्स गिल्ड आफ इण्डिया के पूर्व चेयरमैन एवं ट्रिब्यून के पूर्व प्रधान सम्पादक हरि जयसिंह करेंगे तथा अध्यक्षता माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति अच्युतानन्द मिश्र करेंगे। समारोह में मुख्य वक्ता नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स
(इण्डिया) के पूर्व अध्यक्ष डा. नन्दकिशोर त्रिखा होंगे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में संगोष्ठी में एनयूजे के राष्ट्रीय महासचिव रासबिहारी, कंफेडरेशन आफ न्यूज पेपर एण्ड न्यूज एजेंसीज इम्पलाइज आर्गनाइजेशन के राष्ट्रीय महासचिव एमएस यादव, प्रेस परिषद के सदस्य शीतला सिंह, एनयूजे के पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र प्रभु एवं पीके राय, ट्रिब्यून के स्थानीय सम्पादक राजकुमार सिंह, प्रसार भारती के उपनिदेशक समाचार दुर्गविजय सिंह, भड़ास4मीडिया के सम्पादक यशवन्त सिंह, अमर उजाला आगरा के स्थानीय सम्पादक राजेन्द्र त्रिपाठी, दैनिक जागरण के स्थानीय सम्पादक सरोज अवस्थी, हिन्दुस्तान के स्थानीय सम्पादक दिनेश मिश्रा, बीपीएन टाइम्स के स्थानीय सम्पादक डा. अमी आधार निडर, डीएलए के स्थानीय सम्पादक एसपी सिंह, कल्पतरु के स्थानीय सम्पादक डा. सुरेन्द्र सिंह, अकिंचन भारत के स्थानीय सम्पादक संजय तिवारी, निशा नरेश के स्थानीय सम्पादक दिनेश सचदेवा, दाता संदेश के स्थानीय सम्पादक स्वामी रवीन्द्र भारती, सीटीवी नेटवर्क के निदेशक नीरज जैन, मूनटीवी नेटवर्क के निदेशक राहुल पालीवाल प्रमुख वक्ता होंगे।
सेमिनार में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा एवं चण्डीगढ़ के प्रमुख पत्रकार भी शामिल होंगे। संगोष्ठी में प्रमुख रूप से दिल्ली से विजय क्रांति, मनोहर सिंह, मनोज वर्मा, हर्षवर्धन, एमडी गंगवार, जयपुर से गुलाब बत्रा, ललित शर्मा, भोपाल से रामभुवन सिंह कुशवाहा, सुरेश शर्मा, चण्डीगढ़ से अशोक मलिक, हरेश वशिष्ठ, लखनऊ से पीटीआई के ब्यूरो चीफ प्रमोद गोस्वामी, वरिष्ठ पत्रकार राजीव शुक्ला, सर्वेश कुमार सिंह शामिल होंगे। सेमिनार में आगरा और अलीगढ़ मण्डलों के जनपदों अलीगढ़, मथुरा, मैनपुरी, एटा, हाथरस, कांशीराम नगर, फिरोजाबाद के पत्रकार भी शामिल होंगे।
उपजा की आगरा इकाई के अध्यक्ष राजेश मिश्रा, सेमिनार के संयोजक एके ताऊ, सहसंयोजक विवेक जैन ने बताया कि सेमिनार में आगरा घोषणा पत्र को जारी करने के समय एनयूजे और उपजा के पदाधिकारी रहे प्रमुख पत्रकारों तथा आयोजन में शामिल रहे प्रमुख व्यक्तियों का नागरिक अभिनन्दन भी किया जाएगा।
क्या है आगरा घोषणा पत्र : पत्रकारों का आगरा घोषणा पत्र नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स (इण्डिया) के चौथे द्विवार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन में पत्रकारों के लिए एक आदर्श आचार
संहिता के रूप में स्वीकार किया गया था। यह सम्मेनल 7,8 एवं 9 फरवरी 1981 को आगरा के माथुर वैश्य भवन के सभागार में उपजा द्वारा आयोजित कराया गया था। आगरा घोषणा पत्र मीडिया एथिक्स के लिए पत्रकारों के संगठन द्वारा स्वयं बनाये गए ऐसे नियम हैं, जिनके पालन से पत्रकारों द्वारा पत्रकारिता की शुचिता को बनाये रखा जा सकता है। आगरा घोषणा पत्र में 12 बिन्दु हैं। आगरा घोषणा पत्र को प्रेस आयोग ने भी प्रमुख स्थान दिया था। इसे द्वितीय प्रेस आयोग ने अपनी रिपोर्ट में शामिल किया था तथा रिपोर्ट में प्रकाशित किया था। आगरा घोषणा पत्र के तीस साल पूरे होने उपलक्ष्य में इस पर सेमिनार आयोजित करके उपजा ने इसे फिर से चर्चा में लाने तथा मीडिया की आचार संहिता के रूप में स्वीकार किये जाने का प्रयास किया है।