ब्यूरो चीफ के खराब व्यवहार से नाराज पांच मीडियाकर्मियों ने उठाया कदम : पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से एक बड़ी खबर आ रही है। बनारस संस्करण के अधीन जौनपुर जिले में अमर उजाला के ब्यूरो से कुल पांच लोगों ने एक साथ कार्य बहिष्कार कर दिया है। इसमें रिपोर्टर और फोटोग्राफर के साथ चपरासी भी शामिल है। इनके नाम हैं रमेश सोनी, अखिलेश सिंह, हिम्मत सिंह, रवि श्रीवास्तव और राजेश मौर्या। रिपोर्टर रमेश सोनी अमर उजाला के साथ 17 वर्षों से जुड़े हुए हैं। अखिलेश सिंह भी रिपोर्टिंग टीम के हिस्से हैं। वे अमर उजाला के साथ दस वर्षों से कार्यरत हैं। रिपोर्टर हिम्मत सिंह भी पांच वर्षों से अमर उजाला के साथ हैं। चपरासी राजेश मौर्या इस संस्थान के साथ 12 वर्ष पूरे कर चुके हैं।
इसी तरह आठ वर्षों से अमर उजाला, जौनपुर में कार्यरत फोटोग्राफर रवि श्रीवास्तव ने भी कार्य बहिष्कार कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि इन सभी लोगों ने कार्य बहिष्कार का कदम अपने नए ब्यूरो चीफ अखिलानंद तिवारी के खराब व्यवहार के चलते उठाया है। अखिलानांद ने कुछ महीने पहले जौनपुर के ब्यूरो चीफ का कार्यभार संभाला। वे विनोद तिवारी की जगह आए। विनोद का तबादला अमर उजाला, लखनऊ कर देने से ब्यूरो चीफ का पद खाली था। अखिलानंद तिवारी जौनपुर से पहले मऊ के ब्यूरो चीफ हुआ करते थे। सूत्रों का कहना है कि अखिलानंद द्वारा अपने अधीनस्थों से आए दिन खराब व्यवहार करने के कारण इन लोगों ने कार्य न करने का ऐलान कर दिया है।
उधर, कार्य बहिष्कार के बारे में अमर उजाला, वाराणसी यूनिट के उच्च पदस्थ लोगों का कहना है कि अखिलानंद ने मऊ में अच्छा काम किया, जिसके कारण विनोद के जौनपुर से तबादले के बाद अखिलानंद को जौनपुर भेजा गया। जौनपुर ब्यूरो में कार्यरत कुछ लोग चाहते हैं कि उनकी वरिष्ठता को देखते हुए उन्हें ही ब्यूरो चीफ बनाया जाए जबकि ब्यूरो चीफ की अन्य योग्यताएं उनमें नहीं हैं। इसी कारण ये लोग नए ब्यूरो चीफ अखिलानंद से असहयोग कर रहे हैं और दबाव बनाने के लिए कई तरह के कृत्य कर रहे हैं। इसी कारण इनसे कहा गया है कि अगर टीम भावना के साथ काम नहीं कर सकते तो दूसरी जगह देख लें। इसी को ये लोग कार्य बहिष्कार का नाम दे रहे हैं।