देश के सबसे बड़े हिंदी टैबलायड आई-नेक्स्ट के मार्केटिंग कम्युनिकेशन के हेड और सबसे बड़े हिंदी ब्लाग भड़ास के संचालक मंडल के सदस्य अनिल सिन्हा का हृदयाघात से कानपुर में निधन हो गया।
अटैक तब पड़ा जब वो आई-नेक्स्ट आफिस के लिए लिफ्ट पर चढ़ रहे थे। उन्होंने आई-नेक्स्ट की शुरुवाती लांचिंग से लेकर उसके कई केंद्रों पर प्रकाशन तक के काम में शीर्ष भूमिका का निर्वाह किया। भाषा, ब्लाग, लेआउट, कंटेंट, विजुवलाइजेशन, विजन, न्यूज सेंस….हर फील्ड में गहरी पकड़ रखने वाले और जीवन को हमेशा साहस के साथ जीने वाले श्री सिन्हा के निधन से हिंदी पत्रकारिता जगत को एक बड़ा झटका लगा है। भड़ास इस साहसी साथी के असामयिक निधन पर खुद को बेहद कमजोर महसूस कर रहा है। उम्मीद है ईश्वर सिन्हा जी के परिजनों को इस गम को सहने की ताकत देंगे। श्री सिन्हा लखनऊ में सपिरवार रह रहे थे। आई-नेक्स्ट के मुख्यालय, कानपुर में पदस्थ होने के नाते वे लखनऊ-कानपुर की दूरी अक्सर नापा करते थे। वे मूलतः उन्नाव के रहने वाले है। इससे पहले उन्हें एक बार और हार्ट अटैक पड़ा था, तब वे आई-नेक्स्ट, मेरठ लांच करने के लिए मेरठ आए हुए थे। तब आई-नेक्स्ट के संपादक और सीईओ आलोक सांवल ने खुद उन्हें जबरन 20 दिन तक बेड रेस्ट कराया पर अपनी औघड़ प्रवृत्ति के चलते अनिल सिन्हा जी कुछ ही दिनों बाद पर सक्रिय हो गए। श्री आलोक सांवल ने अनिल सिन्हा के निधन को खुद के लिए अपूरणीय क्षति बताया।