वो कन्नौज को कवर करते थे. हमने कई खबरें साथ की. यकीन मानिये डॉ. अनुभव के साथ काम करने का मेरा अनुभव कुछ अलग था. मुझे अच्छी तरह से याद है 2007 के विधानसभा चुनाव के दौरान हमने राहुल गाँधी के प्रोग्राम को लाइव किया था. वो मेरा पहला लाइव था. डॉ. अनुभव ने मुझे सारी बारीकियां बताईं. वास्तव में उनके इस उपकार के लिए मैं सदैव आभारी रहूँगा.
डॉ. अनुभव ने ईटीवी में काम के दौरान ही अपनी पीएचडी को पूरा कर लिया था. उसके बाद उन्होंने ईटीवी को छोड़ कर हिन्दुस्तान अखबार में ब्यूरो चीफ के पद पर ज्वाइन किया. डॉ. अनुभव के बड़े भाई अंशुमान तिवारी दिल्ली में दैनिक जागरण अख़बार में अर्थ जगत में संपादक के रूप में कार्यरत हैं. आज डॉ. अनुभव तो हमारे बीच में नहीं है लेकिन उनके साथ बिताये हर पल हमारे जेहन में जिन्दा रहेंगे. बस अपने आराध्य से यही प्रार्थना करता हूँ कि डॉ. अनुभव की आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार को इस संकट से उबरने की शक्ति दें.
अक्षत सक्सेना
कानपुर, उत्तर प्रदेश
anil verma shekhar, farrukhabad
September 18, 2010 at 6:28 pm
anubhav ek honhar patrakar the . kam samay me unhone bulandiyan chuin. oh hamesha yad aayenge…. anil verma shekhar farrukhabad