मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में खबर पर काम कर रहे दो टीवी पत्रकारों को एक कांग्रेसी विधायक के संरक्षण में पलने वाले गुंडों ने इतना पीटा कि ये मीडियाकर्मी जीवन और मौत के बीच अस्पताल में संघर्ष कर रहे हैं। भड़ास4मीडिया को मिली जानकारी के अनुसार होली के दिन कुछ गुंडे टाइप लोग शराब पीकर वसूली करने के साथ-साथ आती-जाती लड़कियों से छेड़छाड़ कर रहे थे। एक लड़की के भाई ने इसका विरोध किया तो गुंडों ने उस पर हमला बोल दिया और बेरहमी से पीटा। वसूली, छेड़छाड़ और हमले की सूचना जब साधना न्यूज के कैमरामैन सत्यजीत यादव और रिपोर्टर फिरोज अहमद तक पहुंची तो ये दोनों मीडियाकर्मी तत्काल मौके पर पहुंचे और घटना के डिटेल्स इकट्ठा करने के साथ-साथ मौके के दृश्य को शूट करने लगे।
बेखौफ गुंडों ने चाकू और डंडों के जरिए दोनों पत्रकारों पर हमला बोल दिया। दोनों की बुरी तरह पिटाई की। सत्यजीत के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं और हालत नाजुक बनी हुई है। पत्रकार जब इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस आनाकानी करती रही। बाद में आईपीसी की धारा 327 जैसी हलकी धारा के तहत अपराध दर्ज किया। पत्रकार हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराने की मांग करते रहे पर पुलिस टस से मस नहीं हुई। सूत्रों का कहना है कि गुंडों को कांग्रेस के एक स्थानीय विधायक का संरक्षण हासिल है। पुलिस पर भी विधायक ने रिपोर्ट दर्ज न करने के लिए दबाव बना रखा था। सूत्रों के मुताबिक इन गुंडों का पूरे इलाके में आतंक है। ये लोग रेलवे स्टेशन का साइकिल स्टैंड भी अवैध तरीके से चलाते हैं। पुलिस विधायक के दबाव में आरोपियों पर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बचाने में जुटी है।