उत्तराखंड के रुद्रपुर जिले में पीएसीकर्मियों द्वारा मीडियाकर्मियों पर कहर बरपाने के मामले में आरपार की कार्यवाही के लिए पत्रकारों ने महापंचायत बुलाई। पत्रकारों की इस महापंचायत में एसएसपी जीएन गोस्वामी ने पीएसी की ओर से माफी मांगी। पीएसी के सेनानायक ने भी माफी मांगी। ज्ञात हो, रुद्रपुर में 2 अप्रैल को एक टीवी चैनल के रिपोर्टर पर पीएसी के जवानों ने हमला कर दिया था। वायस आफ इंडिया के पत्रकार शंकर गुप्ता किसी काम से पीएसी कैंप में गए थे। वहां पर तैनात पीएसी के जवानों ने शंकर गुप्ता से दुर्व्यवहार किया और मारपीट की। इस घटना के खिलाफ शांतिपूर्वक तरीके से विरोध प्रदर्शन करने वाले जिले के पत्रकारों को भी पीएसीकर्मियों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था।
इस मामले की छानबीन नैनीताल से आए मंडलायुक्त एस. राजू ने की। प्रारंभिक छानबीन के बाद उन्होंने दोषी अधिकारियों के तबादले की संस्तुति कर दी थी और मजिस्ट्रेटी जांच के आर्डर दिए थे। पर दोषियों पर कार्यवाही न होने से नाराज पत्रकारों ने 12 अप्रैल को रुद्रपुर में पत्रकारों की महापंचायत की। इसमे उत्तराखंड के दूसरे जिलों के भी पत्रकार पहुंचे। दो सत्रों में सुबह से शाम तक पत्रकारों के बीच विचार-विमर्श चला।
इस महापंचायत में एसएसपी उधमसिंह नगर जी एन गोस्वामी भी पहुंचे। उन्होंने पीएसी की तरफ से माफी मांगने के बाद कहा कि जो कुछ हुआ, गलत हुआ और आगे से ऐसी घटना की पुनरावृति नहीं होने दी जाएगी। इसके बाद पीएसी के सेनानायक ने भी पत्रकारों से माफी मांगी। पत्रकारों पर दर्ज किये गए झूठे मुकदमे वापस करने और जवानों पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद महापंचायत का समापन हुआ। इस महापंचायत में पत्रकारी काफी संख्या में आए थे। हाल-फिलहाल पत्रकारों की इतनी बड़ी जुटान नहीं हुई थी।
महापंचायत में आम पत्रकारों के पक्ष में मजबूती से खड़े होने के रवैए के चलते भड़ास4मीडिया की सराहना की गई। साथ ही रुद्रपुर के मामले को देश-दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए पत्रकारों ने भड़ास4मीडिया टीम के प्रति आभार भी जताया। महापंचायत में गणेश रावत, प्रेम अरोड़ा, भारत शाह सुरेन्द्र तनेजा. केवल कृष्ण बत्रा, तिलक राज सुखीजा, रविन्द्र गुप्ता, देवेन्द्र शर्मा, दिनेश सरकार, राजीव चौहान, तेजेंद्र बेदी, प्रमोद कुमार रोशन, विक्टर सेठी, नियाज़ अहमद आदि मौजूद थे।