छत्तीसगढ़ के पत्रकार विभाष कुमार झा को हाल ही में राष्ट्रीय सरोजिनी नायडू पत्रकारिता सम्मान प्राप्त हुआ है। उन्हें यह पुरस्कार केन्द्रीय मंत्री पी. चिदम्बरम ने दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित एक गरिमामय समारोह में प्रदान किया। यह सम्मान पंचायत संस्थाओं में महिला पदाधिकारियों के विशेष योगदान पर रिपोर्टिंग करने के लिए दिया गया। विभाष को हिंदी वर्ग से देश भर में अकेले इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुना गया। पुरस्कार के तहत दो लाख रुपये नकद तथा ताम्र प्रशस्तिपत्र दिया जाता है।
विभाष को इससे पहले भी छत्तीसगढ़ शासन का प्रतिष्ठित चंदूलाल चंद्राकर पत्रकारिता फेलोशिप, एनएफआई का नेशनल मीडिया फेलोशिप तथा माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय का राष्ट्रीय फेलोशिप प्राप्त हो चुका है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के विभिन्न सांस्कृतिक और सामयिक विषयों पर विगत 21 वर्षों से सघन रिपोर्टिंग की है। वे छत्तीसगढ़ की पत्रकारिता के इतिहास पर भी शोध पुस्तक तैयार कर चुके है। विगत दो दशकों से हिंदी और अंग्रेजी पत्रिकारिता में सक्रिय विभाष ने पत्रकारिता में अध्यापन के साथ-साथ आकाशवाणी और दूरदर्शन के लिए भी अपनी सेवाएं दी हैं, जिसमें एंकरिंग, क्रिकेट कमेंट्री, रूपक, धारावाहिक और नाटक लेखन के साथ-साथ हिंदी नाटकों के अंग्रेजी अनुवाद व समाचार वाचन का कार्य भी प्रमुखता से शामिल है। इस समय वे जन संचार में पीएचडी के लिए शोध के अलावा शास्त्रीय संगीत की गायन विधा में विद स्तर का अध्ययन भी कर रहे हैं। इससे पूर्व उन्हें सुगम संगीत गायन में अधिकतम अंक प्राप्त करने के लिए पुरुषोत्तम दास जलोटा रजत पदक भी प्राप्त हो चुका है। विभाष से संपर्क [email protected] के जरिए किया जा सकता है।