ब्रिटिश ब्राडकास्टिंग कारपोरेशन (बीबीसी) के स्पोर्ट्स एडिटर मिहिर बोस अब इस प्रतिष्ठित संस्थान के हिस्से नहीं रहे। उन्होंने इस्तीफा दिया और बीबीसी प्रबंधन ने स्वीकार कर लिया। मिहिर को बीबीसी का पहला स्पोर्ट्स एडिटर बनने का गौरव हासिल है। टेलीग्राफ से ढाई साल पहले बीबीसी ज्वाइन करने वाले मिहिर बोस के इस्तीफे की वजह के बारे में बीबीसी प्रवक्ता का कहना है कि बिलकुल निजी वजहों के चलते उन्होंने इस्तीफा दिया पर बीबीसी से जुड़े अंदरुनी सूत्र बताते हैं कि मिहिर अंग्रेजों की नस्लीय भावना, विचार व रवैए के भेंट चढ़ गए।
मिहिर को स्पोर्ट्स एडिटर के रूप में अंग्रेजों ने पसंद नहीं किया और उनके खिलाफ लगातार अभियान चलाया गया। कहा जा रहा है कि मानसिक प्रताड़ना की हद पार होते देख मिहिर ने इस्तीफा दिया। लंदन के अखबारों ने 62 वर्षीय मिहिर के इस्तीफे को अपने-अपने तरीके से एनालाइज किया है। संडे टाइम्स और टेलीग्राफ के साथ लंबी पारी खेलने के बाद बीबीसी से जुड़े मिहिर ने अपने ब्लाग पर जब भी जो कुछ लिखा, अंग्रेजों ने उस पर हमेशा गंभीर आपत्ति जताई और उनका विरोध किया। यह विरोध इन दिनों बेहद बढ़ गया था।
चंडीगढ़ से प्रकाशित पंजाबी अखबार ट्रिब्यून को नया संपादक मिल गया है। ट्रस्ट द्वारा संचालित व प्रकाशित ट्रिब्यून के स्थानीय संपादक के लिए कई दावेदार मैदान में थे और प्रत्येक दावेदार की पैरवी के लिए कई-कई दिग्गज राजनेता लगे हुए थे। अंततः सफलता मिली वीरेंद्र वालिया को, जो ट्रिब्यून पंजाबी में स्पेशल करेस्पांडेंट के रूप में कार्यरत थे।