आज की भड़ास : कल बंगलोर में भज्जी ने क्लोज शाट ले रहे एएनआई के कैमरामैन लक्ष्मी नारायण पर हाथ चला दिया पर संयोग से यह हाथ केवल लक्ष्मी के कैमरे पर लगा. लक्ष्मी नारायण ने ज़रा भी रियेक्ट नहीं किया. यह लक्ष्मी की भलमनसाहत हो सकती है लेकिन कायदे से वहीँ पर भज्जी को कस के एक लात देना चाहिए था. अगर लक्ष्मी ऐसा कर देता तो सबका हीरो बन जाता. लक्ष्मी, ध्यान रखना, भज्जी श्रीलंका से इसी रास्ते से लौटेगा.
अगली बार के लिए तैयार रहना. वरना लोग कहेंगे कि देखो, किस तरह पिटते हैं ये पत्रकार और फोटोग्राफर. आखिर किसने हक दिया है भज्जी को कि वो किसी पर तुरंत हाथ चला दें. वो भी अगर पास में मीडिया है तो उस पर हाथ चलाने से पहले उन्हें सौ बार सोचना चाहिए था. पर भज्जी का दिमाग कभी शांत रहा हो तब तो शांत रहे. ऐसे लोगों का दिमाग और कोई नहीं, सिर्फ मीडिया वाले ही शांत कर सकते हैं. अगर भज्जी को कोई मीडिया वाला तू शेर तो मैं सवा शेर की तर्ज पर मिल जाएं तो उनका दिमाग हमेशा के लिए ठिकाने पर आ जाए.
कमल दुबे
बिलासपुर, छत्तीसगढ़