औरैया और इटावा जिले में बीते दिनों बीहड़ांचल फिल्म समारोह का आयोजन किया गया. समारोह के उदघाटन सत्र में कभी बीहड़ में दहशत का पर्याय रही पूर्व दस्यु सुंदरी व वुंडेड फिल्म की अभिनेत्री सीमा परिहार ने अपने बीहड़ में बिताए दिनों को याद किया. बीहड़ और चंबल घाटी हमेशा से ही अपने खून खराबे के लिए कुख्यात रहा है. सामाजिक सरोकारों की फिल्में इस बीहड़ांचल में प्रदर्शित करने से एक अच्छा माहौल बना. समारोह में पाश, भूख हड़ताल, अनटच, लिमिटेड एडीशन, रहमान साहब को फोन करना है और बूंद जैसी फिल्में दिखाई गईं.
समारोह में कई प्रमुख फिल्मकार व मीडिया जगत से जुडे लोग नहीं आ सके. इनके कार्यक्रम रद्द होने से आयोजकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. समारोह का यह बीहड़ांचल में पहला प्रयास था. बीहड़ के अयाना थाना और इटावा में देर रात फिल्में दिखाई गईं. समारोह में एसआर दारापुरी पूर्व आईजी और फिल्म निर्देशक फिरोज आलम विषेश रूप से आमंत्रित थे. नई दिल्ली से फिल्म क्रिटिक शाह आलम, हजार्ड सेंटर नई दिल्ली से मुकेश चैरासे और दिल्ली के ही सिनेमा स्कालर प्रकाश राय ने समारोह में अपना सहयोग दिया और फिल्मों की जानकारी लोगों को दी.
प्रमुख समारोह औरैया जिले के इंदिरा हाल में आयोजित किया गया. समारोह में मुख्य अतिथि एसपी औरैया श्रीधर पाठक थे तो अध्यक्ष व आयोजक संतोष तिवारी ने लोगों को सिनेमा के इस स्वरूप से परिचित कराया. समारोह में बाद में सीओ सिटी डीकेराय भी जुडे और कार्यक्रम को गति दी. समारोह के दौरान इस आयोजन पर स्मारिका ‘बीहड़ : कुछ कदम कल की ओर’ का विमाचन भी किया गया. समारोही में मीडिया प्रभारी के लिए विवेक विश्नोई को, प्रबंधन के लिए महुआ न्यूज के अश्विनी बाजपेई को, स्मारिका के संपादन का जिम्मा निभाने के लिए ईटीवी के अभिषेक शर्मा को सम्मानित किया गया. समारोह में आए जिले भर के पत्रकारों व गणमान्य लोगों को स्मृति पत्र और स्मृतिका ट्राफी भी प्रदान की गई.
सीमा परिहार के भाषण का एक अंश
उदघाटन, विमोचन व बीज वक्तव्य