यूपी के शाहजहांपुर जिले के युवा इतिहासकार अम्बरेश मिश्रा की पुस्तक ‘‘शाहजहांपुर की दास्तान’’ का क्रान्ति दिवस 9 अगस्त पर विमोचन किया गया. समारोह का आयोजन शाहजहांपुर टाउनहाल में स्थित शहीदद्वार पर किया गया था.
कांग्रेस की स्थापना के 125 वर्ष पूर्ण होने तथा प्रदेश मे कांग्रेस पार्टी द्वारा भूले-विसरे शहीदों की स्मृति में चलाये जा रहे साझी विरासत-साझी शहादत कार्यक्रम के दौरान ही इस पुस्तक का विमोचन किया गया. समारोह में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमन्त्री दिग्विजय सिंह एवं केन्द्रीय पेटोलियम गैस राज्य मन्त्री जितिन प्रसाद मौजूद थे. इन दोनों ने संयुक्त रूप से इस पुस्तक का लोकार्पण किया.
किताब शाहजहांपुर के क्रातिकारियों तथा देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले शाहजहांपुर के वाशिन्दों द्वारा दिये गये योगदान से सम्बंधित है जिसमें जनपद शाहजहांपुर के क्रांतिकारी आंदोलन का विवरण दिया गया है. शाहजहांपुर नगर तथा उसकी तहसीलों का जंगे-ए-आजादी में योगदान तथा देश की जंगे-ए-आजादी मे शहीद अशफाक उल्ला खॉ, ठाकुर रोशन सिंह एवं पंडित रामप्रसाद विस्मिल एवं उनके साथियों द्वारा दी गयी कुर्बानियों पर प्रकाश डाला गया है.
विमोचन के दौरान पुस्तक का वितरण भी निःशुल्क किया गया. इस दौरान स्वामी शुकदेवानन्द कालेज के वच्चों ने वन्देमातरम और राष्टगान गीत सुनाया. विमोचन के मौके पर शाहजहांपुर के शहीदों में शहीद अशफाक उल्ला खॉ के पौत्र अशफाक उल्ला खॉ, ठाकुर रोशन सिंह की पौत्री उर्मिला देवी, स्वाधीनता सेनानी वसन्त लाल खन्ना, सुशील चन्द्र गुप्ता, आदि को अंगवस्त्र व प्रतीक चिहन भेट कर सम्मानित किया गया. पुस्तक का प्रकाशन साम्प्रदायिकता विरोधी मोर्चा द्वारा कराया गया है.
विमलेश गुप्ता की रिपोर्ट
vivek
August 16, 2010 at 3:47 pm
ambresh jee ko badhai