कल दोपहर 12 बजते ही राज्यसभा सदस्यों ने हंगामा खड़ा कर दिया. शून्यकाल के शुरू होते ही जद (यू) सांसद अली अनवर, राजद के राजनीति प्रसाद, एलजेपी के साबिर अली और भाकपा के अजीज़ पाशा के साथ कई सांसद चौथी दुनिया अखबार की प्रति लहराते हुए सदन के वेल में पहुंच गए. वे चौथी दुनिया के संपादक संतोष भारतीय के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस जारी करने की मांग कर रहे थे. सदन में तब हंगामा मच गया जब सांसद अली अनवर ने यह कहा कि संतोष भारतीय ने अपनी एक रिपोर्ट में राज्यसभा के सांसदों को नपुंसक बताया है. इस पर राज्यसभा के उपसभापति के. रहमान खान ने मामला सभापति जी के पास विचाराधीन होने की बात कही. इसके बाद सदन में लगातार हंगामा और शोरशराबा होता रहा. उपसभापति ने 12 बजकर 18 मिनट पर 15 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी.
सांसद चौथी दुनिया में छपी उस रिपोर्ट (रंगनाथ मिश्रा कमीशन की रिपोर्ट पेश न होना राज्यसभा का अपमान) पर आपत्ति व्यक्त कर रहे थे, जिसमें अखबार के संपादक संतोष भारतीय ने रंगनाथ मिश्र कमीशन की रिपोर्ट सदन में न रखवा पाने वाले राज्यसभा सदस्यों को ‘शक्तिहीन’ और ‘निर्वीर्य’ बताया है. राज्यसभा के सदस्यों को अखबार में प्रकाशित ‘शक्तिहीन’ और ‘निर्वीर्य’ शब्दों पर सख्त आपत्ति थी. संसद में हंगामे के दौरान राजद के राजनीति प्रसाद, भाकपा के अजीत पाशा, जद(यू) के अली अनवर और कुछ अन्य सदस्य अपनी मांग को लेकर सभापति के आसन तक पहुंच गए. इस दौरान राज्यसभा के कई दूसरे सदस्यों ने भी अपनी बात रखी और रंगनाथ मिश्र आयोग की रिपोर्ट को संसद में पेश करने की जोरदार मांग की. सीपीआई (एम) की वृंदा करात ने कहा कि रंगनाथ मिश्रा कमीशन की रिपोर्ट मीडिया में लीक हो चुकी है, लेकिन सरकार का कोई नुमाइंदा इस मुद्दे पर बोलने के लिए राज्यसभा में हाजिर नहीं है. सीपीआई के नेता डी. राजा ने कहा कि रंगनाथ मिश्रा कमीशन एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, आखिर सरकार इतने महत्वपूर्ण रिपोर्ट को संसद के पटल पर पेश क्यों नहीं कर रही है?
12 बज कर 32 मिनट पर राज्य सभा की कार्यवाही फिर से शुरू हुई. कांग्रेस के चीफ व्हिप ने कहा कि इस मामले पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री सलमान खुर्शीद जबाब देने के लिए सदन में मौजूद हैं. सलमान खुर्शीद ने कहा कि सरकार पिछड़े मुसलमानों को कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल मॉडल की तर्ज पर आरक्षण देने पर विचार कर रही है. साथ ही रंगनाथ रिपोर्ट के बारे में उन्होंने कहा कि मामला एक आरटीआई को लेकर अदालत में है. सरकार इस पर विचार कर रही है कि इसे कब और कैसे सदन में पेश करना है.
इस पर भाजपा के रवि शंकर प्रसाद ने सलमान खुर्शीद को आरोपों के घेरे में ले लिया. उन्होंने यह कह कर सरकार को लपेटने की कोशिश की कि मंत्री जी ने एक न्यूज चैनल पर यह बात स्वीकार की है कि सरकार, संसद में इस रिपोर्ट को पेश करेगी. उन्होंने फिर सवाल खड़ा किया कि संसद का सत्र अभी चल रहा है फिर सरकार रंगनाथ रिपोर्ट को संसद में अभी पेश क्यों नहीं करने जा रही है? मंत्री महोदय जो बात न्यूज चैनल में बोलते हैं, उसी बात को संसद में क्यों नहीं बोलते हैं? इस आरोप पर सलमान खुर्शीद ने अपना बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है. मुसलमानों को आरक्षण देने की बात तो उनकी पार्टी के घोषण पत्र में पहले से ही है. इस बीच, सपा की जया बच्चन ने भी इस पर बोलना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि रंगनाथ मिश्र रिपोर्ट मुसलमान और क्रिश्चियन लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मामला है. इस पर सरकार क्या करने जा रही है? आखिर संसद में इसे क्यों नहीं पेश किया जा रहा है? उन्होंने इस मसले को बर्दाश्त से बाहर बताया.