नई दुनिया, जबलपुर से खबर है कि यहां के न्यूज एडिटर सीपी श्रीवास्तव का ग्वालियर तबादला कर दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक नई दुनिया, जबलपुर में काफी दिनों से स्थानीय बनाम बाहरी की लड़ाई चल रही थी. बाहरी का मतलब यहां वे पत्रकार हैं जो जबलपुर के बाहर से आए हुए हैं. सीपी को जब एनई का पद दिया गया था, तभी से भीतरी-बाहरी की लड़ाई शुरू हो गई थी. अंततः स्थानीय लोगों के दबाव में प्रबंधन ने सीपी का ट्रांसफर जबलपुर के बाहर कर दिया है.
राजस्थान पत्रिका, अलवर में ढाई वर्षों से कार्यरत राज सिंह शेखावत का तबादला कर दिया गया है. उन्हें धौलपुर भेजा गया है. राज सिंह शेखावत अलवर एडिशन में क्राइम रिपोर्टर थे लेकिन बाद में क्राइम बीट उनसे ले ली गई थी. वे भास्कर में काम कर चुके हैं और अलवर आने के लिए ही भास्कर छोड़ पत्रिका ज्वाइन किया था पर उन्हें एक बार फिर अलवर से बाहर जाना पड़ा है.
अगर आपने भी इस्तीफा दिया है, कहीं ज्वाइन किया है, सम्मान पाया है, तबादला हुआ है, प्रमोट हुए हैं तो इसकी सूचना भड़ास4मीडिया तक पहुंचाकर अपने दोस्तों, परिचितों, शुभचिंतकों को अपनी नई स्थिति के बारे में अपडेट कर सकते हैं. इसके लिए पूरी जानकारी भड़ास4मीडिया तक [email protected] के जरिए मेल कर पहुंचा सकते हैं. या फिर 09999330099 पर विस्तार से एसएमएस कर सकते हैं.
BS
May 29, 2010 at 8:27 am
C P jaise log krusi ka galat fayda uthakar JBP. walo ki Nakuri se khidwal kar rahe the. Transfar to choti se saja hai. aise logo ko to kik out kar dena tha. waise bhi Gwalior ND Bhejna tadipar jaise saja hai.
Ramkrishna
May 27, 2010 at 8:04 pm
आदरणीय, यशवंत जी,
श्री सीपी जी के तबादले का जो कारण आपको ज्ञात हुआ है वह कतई सही नहीं है। सीपी जी जब तक नईदुनिया में थे तब तक उनका सम्बन्ध प्रत्येक कर्मचारी व अधिकारी से मित्रवत था। वे काफी सहज प्रवृत्ति के थे। उन पर बाहरी होने का आक्षेप जिसने भी लगाया है गलत है। कृपया यथासंभव इस भ्रांति को दूर करने का कोई तरीका निकालें। धन्यवाद!
साभार
रामकृष्ण गौतम
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kalam to chalegi
May 27, 2010 at 3:58 pm
cp ji ke pas demak to tha par use galat raste me use karte the. jo unko kahi na kahi paresan karta raha hai aur karta rahega jab tak wo asa sochte rahege. kisi ne sahi kaha hai ki yadi acche demak ka galat upayog kiya jay to wah bhi barbadi ki or le jata hai . lekin cp ji naidunia pariwar ke sadasya hai es nate bhagwan unko sadbuddi de sayad gwaliyar me galati na doahrae.
unka shubhchentak
??????
May 27, 2010 at 1:24 pm
Sandeep ji ne kabhi socha bhi nahi hoga ki
Unhe NE ki kursi is tarah se milegi. Par ek baat to hai Sandeep ji Deserve karte hain NE ki Post. Badha ho Sandeep ji.
KG
May 27, 2010 at 12:35 pm
कहने को साथ अपने एक दुनिया चलती है
पर चुपके इस दिल में तन्हाई पलती है…
अब पता नहीं श्रीवास्तव जी के साथ क्या है…
उज्जवल
May 27, 2010 at 12:44 pm
पत्रकार की पहचान कलम से है… और सीपी जी अगर कुछ लिखते हैं तो पढने में मज़ा आता है! जबलपुर में उनके कार्यकाल के दौरान उनकी एक भी ऐसी रिपोर्ट पढने नहीं मिली जिससे उनका कायल हुआ जा सके! उम्मीद है कि ग्वालियर में कुछ तो लिखेंगे!
Naam mai kya rakha hai
May 27, 2010 at 6:31 am
Yashwant Bhai,
CP ke jaane ki vajah ye nahin hai. CP ka transfer badalate Naidunia ki kahani hai. CP regional incharge hua karte the aur desk ke logo ko bolte the ki bureau walon ko gali bako. Darasal Naidunia ka Jabalpur bureau MP ke kisi bhi news paper ke mukable bada edition hal aur ye 32% MP ko cover karta hai yaani 15 Zile. CP ko yahin se apach hona shuru ho gaya tha, isake baad wo yahan ke GM Manish Mishra se bhid gaya. Management ke blue eye hai so CP ji vidai to tay thi.