वर्ष 2010 के हेमंत स्मृति कविता सम्मान के लिए वाजदा ख़ान के कविता संग्रह ‘जिस तरह घुलती है काया’ का चयन किया गया है। इस कविता संग्रह का प्रकाशन भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली से हुआ है। ज्ञातव्य है कि वर्ष 1998 में स्थापित विजय वर्मा मेमोरियल ट्रस्ट वर्ष 2002 से हेमंत फाउंडेशन के नाम से जानी जाती है। वर्ष 2002 से अब तक आठ संभावनाशील युवा कवियों को संस्था सम्मानित कर चुकी है।
सम्मान समारोह मुंबई में 23 अप्रैल 2011 दिन शनिवार को आयोजित किया जा रहा है। वाजदा खान चित्रकला में एमए हैं और डीफिल कर चुकी हैं। उनका जन्म सिद्धार्थनगर (उत्तर प्रदेश) में हुआ। इन दिनों नोएडा में निवास करती हैं। उनका लिखा नया ज्ञानोदय, हंस, वागर्थ, दोआबा, साक्षात्कार, अभिप्राय, कथाक्रम, उदघोष, बहाव, उत्तर प्रदेश, परिकथा, साहित्य बोध, इतिहास, संचेतना, साहित्य अमृत, इंडिया टुडे, पाखी, संडे पोस्ट तथा देश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुका है। इनकी कुछ कविताओं का कन्नड़ में भी अनुवाद हुआ है। वाजदा को सन् 2004-05 में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की फेलोशिप मिल चुकी है। वे बतौर कला प्रवक्ता अध्यापन के पश्चात् इन दिनों आर्टिस्ट स्टूडियोज गढ़ी, दिल्ली में बतौर स्वतंत्र कलाकार कार्यरत हैं। प्रेस विज्ञप्ति