Connect with us

Hi, what are you looking for?

वेब-सिनेमा

…फिर तो ‘फेसबुक’ बन जाएगा ‘स्कैंडलबुक’

फेसबुक पर नए-नए गुल खिलने लगे हैं. कई बार तो इस ‘बुक’ के पन्ने दोस्ती से सेक्स तक सरकते नजर आते हैं. कुछ लोग इसे सेक्स स्कैंडल का अड्डा भी बताने लगे हैं. यह सोशल नेटवर्क निजी संपर्कों को बनाने-भुनाने का अड्डा बनता प्रतीत होने लगता है. कुछ वरिष्ठ पत्रकार भी युवतियों के झांसे में आ गए हैं. इन लोगों को सुंदर-महत्वाकांक्षी लड़कियां आसानी से अपने जाल में ले लेती है. सबसे पहले तो यह सिलसिला चैट से शुरू होता है जो धीरे-धीरे बढ़ता ही जाता है.

<p style="text-align: justify;">फेसबुक पर नए-नए गुल खिलने लगे हैं. कई बार तो इस 'बुक' के पन्ने दोस्ती से सेक्स तक सरकते नजर आते हैं. कुछ लोग इसे सेक्स स्कैंडल का अड्डा भी बताने लगे हैं. यह सोशल नेटवर्क निजी संपर्कों को बनाने-भुनाने का अड्डा बनता प्रतीत होने लगता है. कुछ वरिष्ठ पत्रकार भी युवतियों के झांसे में आ गए हैं. इन लोगों को सुंदर-महत्वाकांक्षी लड़कियां आसानी से अपने जाल में ले लेती है. सबसे पहले तो यह सिलसिला चैट से शुरू होता है जो धीरे-धीरे बढ़ता ही जाता है.</p>

फेसबुक पर नए-नए गुल खिलने लगे हैं. कई बार तो इस ‘बुक’ के पन्ने दोस्ती से सेक्स तक सरकते नजर आते हैं. कुछ लोग इसे सेक्स स्कैंडल का अड्डा भी बताने लगे हैं. यह सोशल नेटवर्क निजी संपर्कों को बनाने-भुनाने का अड्डा बनता प्रतीत होने लगता है. कुछ वरिष्ठ पत्रकार भी युवतियों के झांसे में आ गए हैं. इन लोगों को सुंदर-महत्वाकांक्षी लड़कियां आसानी से अपने जाल में ले लेती है. सबसे पहले तो यह सिलसिला चैट से शुरू होता है जो धीरे-धीरे बढ़ता ही जाता है.

छोटे शहरों की लड़कियों के पास समय बहुत होता है और साथ में महत्वाकांक्षाएं भी बहुत होती हैं. इनकी नजर में किसी भी चैनल के पत्रकार का क्रेज बहुत होता है. इन लड़कियों को सिर्फ करना ये होता है कि वे बौद्धिक बहस के अखाड़े में ग्लैमर का छौंक मार देती हैं. इन्हीं के बीच में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो सोशल नेटवर्किंग के नाम पर चल रही फेसबुकी गपड़चौंथ में अपना हिसाब-किताब भी करने में जुट जाते हैं. इस कारण मारे जा रहे हैं वे निर्दोष लोग जिन्हें पता ही नहीं कि वे किस तरह फेसबुक की मुंहदेखीकिताब में कैद होने को मजबूर हो जा रहे हैं. हालांकि इन्हें निर्दोष कहना उचित न होगा क्योंकि इन्हें खूब पता होता है कि ये क्या कर रहे हैं पर अपनी दिल्ली की एलीट सोसाइटी ज्यादा खुली व ओपन माइंडेड होती है, इसलिए इन लोगों के जीवन में ‘यह सब कुछ चलता है’ वाला फंडा आ जाया करता है.

भड़ास4मीडिया को कुछ ऐसे दस्तावेज हाथ लगे हैं जिससे पता चलता है कि इन दिनों मीडिया के कई दिग्गज फेसबुक की कुछ ऐसी बालाओं के चंगुल में फंस चुके हैं जिनका काम ही लोगों को ‘इमोशनल ग्रिप’ में लेना और उनसे मनचाहे काम निकलवाना होता है. एक युवती, जो राजस्थान की है, फेसबुक पर कई मीडिया दिग्गजों की सिर्फ दिखावे की फ्रेंड नहीं बल्कि यह वर्चुवल फ्रेंडशिप उर्फ प्यार से आगे बढ़ते हुए कुछ मीडिया वालों के जीवन में रीयल फ्रेंड उर्फ प्यार के रूप में आ चुकी है. एक पोलिटिकल पार्टी में ठीकठाक दखल रखने वाली यह युवती अच्छी खासी शेर-ओ-शायरी तो कर ही लेती है, इसके नैन-नक्श भी ऐसे हैं कि बुद्धिमान-बुजुर्ग पुरुष एक बार देखकर निःशब्द हो जाए. सबसे मजेदार यह है कि इस युवा नेत्री ने कई मीडिया दिग्गजों को निःशब्द कर रखा है. वो लड़की जब भी दिल्ली आती है, बड़े-बड़े होटलो में रुकती है और चैनलों के चुनिंदा नामचीन पत्रकारों को मिलने का न्योता देती है. देर रात तक चैट करना उसे पसंद है. वह सबको एक दूसरे के बारे में बताती भी रहती है. फेसबुक पर उसने अपने ग्लैमरस फोटो लगा रखे हैं. कुछ राजनेताओं के नाम लेकर सब पर अपना सिक्का जमाती रहती है.

देर रात तक मीडिया दिग्गजों के साथ चैट के जो दस्तावेज भड़ास4मीडिया के पास पहुंचे हैं, उससे पता चलता है कि एक नहीं, दो नहीं, कम से कम मीडिया के 12 वरिष्ठ लोग बेखबर हैं कि उनके चैट किस तरह अब सार्वजनिक अब होने जा रहे हैं. जो कुछ भड़ास4मीडिया के पास पहुंचा है, वह उसी तरह का है कि जैसे कोई आपका निजी एकाउंट हैक कर ले और सारे मेल व चैट को सार्वजनिक कर आपको बदनाम करने की कोशिश करे. भड़ास4मीडिया हमेशा की तरह किसी के निजी चैट को सार्वजनिक करने का काम नहीं करेगा क्योंकि हमारा यह शुरू से मानना रहा है कि दो लोगों के बीच सहमति से जो कुछ होता है, उसमें किसी तीसरे की किसी भी तरह की दखलंदाजी निजी आजादी का हनन है. पर इसके लीक होने का खतरा है क्योंकि कई कालिया मगरमच्छ इसी टाइप का कुछ भी सार्वजनिक करने के लिए इधर-उधर टहल रहे हैं.

Click to comment

0 Comments

  1. karn dev

    April 28, 2010 at 4:57 pm

    yadi aisa ho raha hai to yah to ban kya jaega ban hee gaya hoga scandlebook

  2. Deependra singh solanki

    May 2, 2010 at 7:37 pm

    facebook hi nahi, orkut par bhi aisa ho raha hai

  3. sudipt vatsav

    May 16, 2010 at 11:24 am

    wow: padhkar feel good[u][/u] hua; lekin is tarah se kawel media walo ko doshi mat kaho. har kahin apko good aur bad admi milenge kawel chote city walo par arop ka tichkra forna kahan tak sahi hai mana ki kuch log galat karte hai to iske liye pure face book ko s. book mat kaho please

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अपने मोबाइल पर भड़ास की खबरें पाएं. इसके लिए Telegram एप्प इंस्टाल कर यहां क्लिक करें : https://t.me/BhadasMedia

Advertisement

You May Also Like

Uncategorized

भड़ास4मीडिया डॉट कॉम तक अगर मीडिया जगत की कोई हलचल, सूचना, जानकारी पहुंचाना चाहते हैं तो आपका स्वागत है. इस पोर्टल के लिए भेजी...

Uncategorized

भड़ास4मीडिया का मकसद किसी भी मीडियाकर्मी या मीडिया संस्थान को नुकसान पहुंचाना कतई नहीं है। हम मीडिया के अंदर की गतिविधियों और हलचल-हालचाल को...

टीवी

विनोद कापड़ी-साक्षी जोशी की निजी तस्वीरें व निजी मेल इनकी मेल आईडी हैक करके पब्लिक डोमेन में डालने व प्रकाशित करने के प्रकरण में...

हलचल

[caption id="attachment_15260" align="alignleft"]बी4एम की मोबाइल सेवा की शुरुआत करते पत्रकार जरनैल सिंह.[/caption]मीडिया की खबरों का पर्याय बन चुका भड़ास4मीडिया (बी4एम) अब नए चरण में...

Advertisement