मॉरिशस के राष्ट्रपति अनिरुद्ध जगन्नाथ ने 1 दिसम्बर, 2009 को एक भव्य समारोह में प्रवासी फिल्म पुरस्कार, 2010 का अनावरण किया। यह समारोह प्रवासी टुडे पत्रिका द्वारा मॉरिशस गणराज्य की भागीदारी में होटल सम्राट में आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता हरीश रावत (माननीय राज्य मंत्री, श्रम व रोजगार मंत्रालय) ने की। भाग लेने वाले अन्य महत्वपूर्ण लोगों में राजीव शुक्ला (संसद सदस्य), मनोज वाजपेयी (एक्टर), अरुणा वासुदेव, शबीर अली (संसद सदस्य), अशोक चक्रधर (कवि), संदीप मारवाड़, मिलाप दुग्गल (उप-कुलपति, आईएएसई विश्वविद्यालय) शामिल थे।
फैस्टिवल डायरेक्टर अनिल जोशी ने कहा कि 3-6 जनवरी को इंडिया हैविटेट सेंटर, दिल्ली में आयोजित होने वाले प्रथम प्रवासी फिल्म समारोह में मीरा नायर, दीपा मेहता, सइद जाफरी, पूर्वा वेदी, कृष्णन साह, संगीता जैसी प्रवासी भारतीय फिल्मी हस्तियां भाग लेंगी। बालीवुड से भाग लेने वाले मुख्य हस्तियों में शार्मिला टैगोर, प्रकाश झा, मनोज वाजपेयी, अमृता रॉव, सतीश कौशिक, राहुल रवेल, करण राजदान शामिल होंगी। प्रमुख कलाकार सईद जाफरी को लाइफ टाइम एचीवमेंट पुरस्कार दिया जाएगा। डॉ संगीता द्वारा निर्देशित और शर्मिला टैगोर, सोहा अली खान, ओमपुरी, गिरिश कर्नाड अभिनीत ‘लाइफ गोज ऑन’ उदघाटन फिल्म होगी। मॉरीशस, मीरा नायर, दीपा मेहता, पूर्वा वेदी, यशराज प्रोडक्शंस, सिप्पी प्रोडक्शंस से संबंधित फिल्मों के विशेष सत्र होंगे। समारोह में नसरीन मुन्नी कबीर की डॉक्यूमेंट्रियों की एनालॉगी भी दिखाई जाएगी। नए निर्देशकों की अनेक लघु फिल्में और डॉक्यूमेंट्रियां भी दिखायी जाएंगी।
पुरस्कार अनावरण समारोह में मॉरीशस के राष्ट्रपति अनिरुद्ध जगन्नाथ ने कहा कि प्रवासी फिल्म समारोह के माध्यम से इसमें दिखाई जाने वाली फिल्मों का संदेश बड़े ऑडिएंश तक पहुंचेगा। उन्होंने मॉरिशस को फिल्मों के लिए आदर्श डेस्टिनेशन बताया। उन्होंने कहा ‘कम्यूनिकेशन की दुनिया में फिल्में सबसे ऊपर हैं। सिनेमा के माध्यम से अपने अनुभवों को शेयर करते हैं और परस्पर नजदीक आते हैं।’ उन्होंने फिर कहा ‘अलग-अलग देशों के प्रवासी भारतीयों को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए प्रवासी फिल्म समारोह एक स्वागत योग्य कदम है।’ पुरस्कारों के अनावरण के बाद महत्वूपर्ण लोगों ने अपने विचार रखे। मनोज वाजपेयी ने कहा, ‘बड़े लक्ष्य बनाओ, बड़ा सोचो, बड़े काम करो।’ उन्होंने समारोह को विभिन्न विचारों का मंच बताया। राज्य मंत्री हरीश रावत ने कहा दिलों की भाषा राष्ट्रों को करीब लाती है।