निजी एफएफ चैनल पर भी समाचार प्रसारण को लेकर सरकार ने अपनी कदमताल तेज कर दी है। सूचना प्रसारण मंत्रालय की कोशिश है कि एफएम के चरण तीन में एफएम रेडियो स्टेशनों को इसकी इजाजत दी जाए। इसके साथ ही मंत्रालय मोबाइल टीवी को भी जल्द से जल्द आम लोगों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। सूचना प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने शुक्रवार को कहा कि निजी एफएफ चैनलों पर समाचार की अनुमति के लिए मंत्रिमंडल की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इन विषयों के साथ ही दूरदर्शन के डीटीएच पर 200 चैनल मुफ्त दिखाने की योजना पर भी कार्य किया जा रहा है। अंबिका सोनी ने शुक्रवार को इंडिया 2010 और भारत 2010 का लोकार्पण करते हुए कहा कि इन वार्षिकी पुस्तकों को सरकार देश ही हर भाषा में प्रकाशित करेगी, जिससे देश की मौजूदा हकीकत से हर व्यक्ति अवगत हो पाए। सोनी ने कहा कि मीडिया में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के साथ ही मोबाइल टीवी, निजी एफएम चैनलों पर समाचार, दूरदर्शन डीटीएच पर दो सौ चैनलों का मुफ्त प्रसारण सरकार की प्राथमिकताओं में है, जिस पर कार्य किया जा रहा है। साभार : दैनिक भास्कर
Daulat Singh Chauhan
January 16, 2010 at 7:42 am
खबर तो अच्छी है लेकिन डराने वाली भी। डर इस बात का है कि जिस तरह से टीवी न्यूज चैनल्स की अनुमित देते समय सूचना प्रसारण मंत्रलय ने इनके लिए कोई गाइड लाइन तय नहीं की थी अौर जिसने जो मर्जी जैसा मर्जी दिखाया अौर सुनाया अौर उसके चलते बवाल हुए वैसा ही अगर एफएम पर न्यूज की अनुमित देते समय दोहराया गया तो क्या होगा।
-दौलतिसंह चौहान,
जोधपुर
Awdhesh kumar mishra
January 16, 2010 at 7:45 am
yeh kadam swagat yogya hai kyoki media me ek nayi kranti ka prarambh hone ja raha hai
Jeet Bhati
January 16, 2010 at 10:28 am
खबर अच्छी एव स्वगत योग्य हैं, कमसे कम मंदी के नाम पर शिकार हुए पत्रकार भाइयों को रोजगार का एक अन्य विकल्प
तो मिल ही जायेगा, वेसे ये चर्चा कोई नये नहीं हैं, काफी दिनों से चलती आ रही हैं अब देखना यह हैं की इसे अमली जमा कब
तक पहनाया जाता हैं, फिलहाल तो यही कह सकते हैं की जिनी अभी बोतल मैं बंद हैं , कितना कारगर साबित होता हैं यह तो
बोतल से बहार आने पर ही पता चेलेगा,
अंत मैं बस यही कहना चाहूँगा की देहात मैं एक कहावत मसहुर हैं ” गुड न भी दे पर गुड जैसी बातें तो कर दे ” सो इतना भी
काफी हैं .
anand nayak
January 16, 2010 at 11:02 am
it is a glorious desition from broadecasting minister of india.
bhimmanohar
January 16, 2010 at 2:53 pm
yar netao ki aadat hoti , jyada badchadkar bolna , agar yeh apni kahi bate karke dikha de to bharat ki tasbir badal sakti hai ,,,,, chahe yeh kranti sanchar me ho ya phir kisi aur field me….
Naresh
January 18, 2010 at 8:08 am
kafi badiya kadam hai ..logon ko samachar janne ka ek aur bikalap mil jayega.
sath me patrakaron ke liye bhi nai biklap khulenge … par zarurat hai fm bhi khabron ko natkaye na banne den
Naresh Sharma
Cenetr for media Study(Research House ,Saket Delhi)