सत्ताधारी पार्टी के लोग किस तरह व्यवस्था का दुरुपयोग करते हैं, यह किसी से छुपा हुआ नहीं है परन्तु लगता है कि हरिद्वार मीडिया सेंटर में आरएसएस की प्रेस क्रांफ्रेंस कराना जिला प्रशासन के लिए अब जी का जंजाल बनने लगा है। नेताओं ने इसके खिलाफ लामबंदी प्रारम्भ कर दी है। हुआ यूं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय सदस्य इन्द्रेश कुमार हरिद्वार आये थे। उनके यहां आने का मकसद 9-10 मार्च को यहां होने वाले राष्ट्र रक्षा सम्मेलन के सन्दर्भ में मीडिया को अवगत कराना था।
चूंकि राज्य में सरकार भाजपा की है ऐसे में आरएसएस के किसी भी पदाधिकारी को वीआईपी ट्रीटमेंट मिलना जरूरी था परन्तु स्थानीय मंत्री के दबाव में एक कदम आगे जाते हुए सरकारी तंत्र ने सरकारी कुंभ मेला मीडिया सेंटर का आरएसएस की प्रेस क्रांफ्रेस करने के लिए प्रयोग करने की इजाजत दे दी।
इन्द्रेश जी आए तथा दो फरवरी को उन्होंने मार्च में आयोजित होने जा रहे राष्ट्र रक्षा सम्मेलन के सन्दर्भ में जानकारी दी तथा केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना भी साधा। वहां मौजूद तमाम मीडिया वाले इस बात से हैरान जरूर थे कि आरएसएस की प्रेस वार्ता मीडिया सेंटर में क्यों की गई। न केवल प्रेस वार्ता बल्कि पत्रकारों को इस प्रेस की सूचना बाकायदा जिले के सूचना विभाग ने विभाग के फोन से दी। बहरहाल अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। नेता काजी चांद ने सूचना के अधिकार में यह जानकारी मांगी है कि क्यों सरकारी मीडिया सेंटर इस वार्ता हेतु उपलब्ध कराया गया तथा किसने इसकी अनुमति दी। मीडिया को पास के नाम पर बरगलाने वाले तथा अन्य अधिकारी जान बचाते फिर रहे हैं।
-हरिद्वार से स्वतंत्र शिवा की रिपोर्ट