हिंदुस्तान, वाराणसी के संपादकीय विभाग की टीम ने राज्यसभा में महिला विधेयक पारित होने के बाद शहर की प्रबुद्ध महिलाओं को आफिस बुलाया और एक परिचर्चा का आयोजन किया. इन महिलाओं से महिला आरक्षण विधेयक पर उनकी सोच जानने का प्रयास किया गया. महिला आरक्षण विधेयक पास होने से ये महिलाएं खुश दिखीं. पर सशंकित भी थीं. वे सदियों से चले आ रहे पुरुष सत्तात्मक समाज के रवैए को लेकर सशंकित दिखीं.
पुरुषों से घिरी महिलाओं की मानसिकता बदलने में वक्त लगेगा, इसका जिक्र इन प्रबुद्ध महिलाओं ने किया. जो भी हो, बनारस की प्रबुद्ध महिलाएं विधेयक को लेकर बेहद उत्साहित दिखीं. उन्हें आशा की किरण दिखाई देने लगी है.
आमंत्रित महिलाओं संग हिंदुस्तान, वाराणसी के स्थानीय संपादक रवि शंकर पंत, उप समाचार संपादक आनंद सिंह और संवाददाता सुरोजीत चैटर्जी ने सवाल पूछे. चर्चा में प्रो. मिताली देव, डा. जया राय, डा. सरिता त्रिपाठी, जागृति राही, लवप्रीत बग्गा, नुजहत फातिमा, इंद्रा जायसवाल, उषा शास्त्री, प्रीति जौहर, अंजू बौद्ध, वंदना जायसवाल, नेहा कुमारी, मनीषा अग्रवाल शामिल हुईं.
vikas
March 12, 2010 at 11:47 am
Jagran Banaras ki Nakal ,Jagran wale samwad karwate hai yeah log dekha dekhi parisamwad karwane lage.kuch naya bhi kara karo bhai.