छह घायल : कई गंभीर : अस्पताल में भर्ती : प्रसार टीमों की हुई थी भिड़ंत : सरकुलेशन वार ने खूनी रूप लिया : यूपी में हिंदुस्तान और अमर उजाला के बीच प्रसार की लड़ाई ने खूनी जंग की शक्ल अख्तियार कर ली है। आज बरेली में अमर उजाला और हिंदुस्तान की प्रसार की टीमों का आपस में भिड़ंत हो गया जिसमें छह लोगों के घायल होने की सूचना है। कुछ की हालत गंभीर है। पांच लोगों को बरेली के केके अस्पताल में तो एक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 307 की रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक घायल लोग हिंदुस्तान के पक्ष के हैं। यह झगड़ा मूलतः एक दूसरे के प्रसार को रोकने से जुड़ा हुआ है।
बरेली में हिंदुस्तान कुछ महीनों पहले ही लांच हुआ है। अखबार के प्रसार के लिए हिंदुस्तान प्रबंधन ने कई तरह की स्कीम चला रखी है जिससे पाठकों और हाकरों दोनों को फायदा हो रहा है। बताया जाता है कि अमर उजाला की प्रसार की टीम के लोगों ने फर्जी हाकर के रूप में हिंदुस्तान की स्कीम के कूपन या बाउचर या गिफ्ट आदि हासिल कर लिए। जब पाठकों ने शिकायत शुरू कर दी तो हिंदुस्तान अखबार में पहले पन्ने पर रोजाना एक विज्ञापन छपने लगा जिसमें असामाजिक तत्वों से सावधान रहने और कूपन, बाउचर, गिफ्ट आदि की सुरक्षा व प्रामाणिकता को लेकर कई तरह के सुझाव पाठकों को दिए जाने लगे। साथ ही कूपन बुक न मिलने पर फोन करने की सलाह दी गई। सूत्रों के मुताबिक अमर उजाला की प्रसार टीम का रणनीति यह रही कि हिंदुस्तान के पाठकों तक हिंदुस्तान की स्कीम से मिलने वाले लाभ को ही न पहुंचने दो। यह सब बहुत दिनों से चल रहा था।
हिंदुस्तान की प्रसार की टीमें भी तलाश में लगी थीं कि आखिर गड़बड़ी कैसे हो रही है। बताया जा रहा है कि बरेली में अमर उजाला और हिंदुस्तान की प्रसार टीमों में आपस में तनातनी व रंजिश काफी दिनों से चल रही थी। बरेली में अमर उजाला जमा-जमाया अखबार है और उसका नेटवर्क भी काफी मजबूत है इसलिए अमर उजाला की प्रसार टीम भी काफी आफेंसिव मूड में थी। हिंदुस्तान की प्रसार टीम पाठकों की शिकायतों व सेंटर पर हो रहे फर्जीवाड़े से त्रस्त होकर गड़बड़ी करने वालों से निपटने की तैयारी किए हुए थी। सूत्रों के मुताबिक आज बरेली में पीलीभीत बाईपास के नजदीक की निजी कालोनियों आशुतोष और सृजन सिटी में दोनों टीमों की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। कुल छह लोगों के घायल होने की खबर है। इलाका इज्जतनगर थाना क्षेत्र में आता है। यह अभी कनफर्म नहीं हो सका है कि घायल लोग हिंदुस्तान और अमर उजाला की प्रसार टीम के रेगुलर इंप्लाई हैं या भाड़े पर लाए गए लोग या फिर कांट्रैक्ट पर रखे गए सर्वेयर। इससे पहले प्रेमनगर थाना क्षेत्र में भी हिंदुस्तान और अमर उजाला की टीमों में बवाल हो चुका है।
किसी भी शहर में नए अखबार की लांचिंग के बाद प्रसार की टीमों में एक दूसरो को पछाड़ने की होड़ तो हमेशा से होती रही है लेकिन यह होड़ जंग में तब्दील हो जाएगी, ऐसा बहुत दिनों बाद देखने को मिल रहा है। हिंदुस्तान प्रबंधन यूपी में अखबार को आगे बढ़ने के लिए हर रणनीति अपना रहा है। इससे जमे-जमाए अखबारों का बौखलाना भी स्वाभाविक है। पर यह बौखलाहट खूनी जंग की शक्ल ले ले, इसे किसी प्रकार उचित नहीं कहा जा सकता। पर आजकल जंग मैदान में नहीं लड़े जाते, आजकल की लड़ाई बाजार में होती है। बाजार की कारपोरेट लड़ाई में एक दूसरे को पछाड़ने के लिए हर तरीके इस्तेमाल किए जाते हैं।
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