टीवी जर्नलिस्ट एसोसिएशन, महाराष्ट्र के पदाधिकारी और सदस्य पिछले दिनों मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण से मिले। इन लोगों ने पत्रकारों पर किसी भी तरह के हमले को संज्ञेय अपराध (cognizable) बनाने के लिए कानून में संशोधन करने की मांग की। आईबीएन7 और आईबीएन-लोकमत आफिसों पर मुंबई व पुणे में हमले की घटनाओं के संदर्भ में मिलने पहुंचे पत्रकारों की इस मांग पर मुख्यमंत्री ने सैद्धांतिक रूप से सहमत होने की बात कहते हुए विचार करने का आश्वासन दिया।
टीवी जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष रवींद्र अंबेकर ने भड़ास4मीडिया को बताया कि हमारी मांग पर सरकार सैद्धांतिक रूप से सहमत तो है लेकिन इसे अमल में लाया जाएगा, इसमें संदेह है क्योंकि आमतौर पर पत्रकारों व मीडियाकर्मियों पर हमला करने वालों में ज्यादातर नेता होते हैं। उन्होंने पत्रकारों से मांग की कि सभी लोग एकजुट होकर पत्रकारों पर हमले के जुर्म को संज्ञेय बनाने के लिए लड़ें ताकि कल को कोई भी किसी मीडियाकर्मी पर हमले की हिम्मत न कर सके।