: इलना के सक्रिय सदस्यों को 2 अक्तूबर व 1 नवंबर को विशेष विज्ञापन देने का आश्वासन : हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इलना (भारतीय भाषाई समाचार-पत्र संगठन) के कार्यालय को चलाने के लिए 11 लाख रुपये का अनुदान दिया और इलना के सक्रिय सदस्यों को 2 अक्तूबर व 1 नवंबर को विशेष विज्ञापन देने का आश्वासन भी दिया.
अध्यक्ष परेश नाथ ने इलना के सभी सदस्यों की ओर से मुख्यमंत्री की इस घोषणा का स्वागत किया व मुख्यमंत्री को हार्दिक धन्यवाद दिया. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ‘भारतीय भाषाई समाचार-पत्र संगठन’ यानी इलना द्वारा इंडियन इस्लामिक कल्चरल सेंटर में आयोजित एक सेमिनार में मुख्य अतिथि थे. ‘भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहन देने में राज्य सरकारों की भूमिका’ नामक विषय पर आयोजित इस परिचर्चा में इलना के 100 से ज्यादा सदस्यों को संबोधित करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि भाषाई अखबार देश को एक सूत्र में पिरोने का काम कर रहे हैं. लोगों में एकता और आजादी की भावना पैदा करने का काम भी ये भाषाई समाचार-पत्र व पत्रिकाएं ही कर रहे हैं. क्षेत्रीय भाषाएं सामाजिक चेतना ले कर आती हैं. देश की आजादी में क्षेत्रीय पत्र-पत्रिकाएं हमारे शहीदों का बहुत बड़ा हथियार हुआ करती थीं. आज भी इन पत्र-पत्रिकाओं के महत्व को नकारा नहीं जा सकता, क्योंकि ये भाषाई समाचार-पत्र ही आम लोगों से जुड़े सरोकारों को देश और दुनिया के सामने रखते हैं.
राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत ने इस मौके पर कहा कि क्षेत्रीय समाचार-पत्र एवं पत्रिकाएं देश और समाज को सही दिशा देने में महत्त्वपूर्ण रोल निभा रहे हैं. क्षेत्रीय भाषाओं को समाज के लोग ही जीवन दे रहे हैं और उसी समाज को ये क्षेत्रीय प्रकाशन एक दूसरे से जोड़ने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि समाचार-पत्रों को भी अपना महत्व साबित करना होगा क्योंकि जिस भाषा को जनता अपना लेती है उसमें प्रकाशित होने वाले समाचार-पत्र व पत्रिकाओं को कोई नहीं मिटा सकता.
इलना के राष्ट्रीय अध्यक्ष परेश नाथ ने कहा कि अगर भारतीय राजनीति चलती है तो वह केवल भाषाई समाचार-पत्रों के बल पर. उन्होंने क्षेत्रीय अखबारों की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि प्रसार व अखबारों की तादाद में अंग्रेजी अखबारों से ज्यादा होने के बाद भी शासन प्रशासन द्वारा क्षेत्रीय अखबारों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जाता है. उन्होंने कहा कि शिक्षा के प्रचार-प्रसार, विचारों की स्वतंत्रता, सरकार, समाज और व्यापार की सूचनाओं के लिए क्षेत्रीय भाषाओं की पत्र-पत्रिकाओं का निरंतर प्रकाशित होना बेहद जरूरी है, लेकिन दुख की बात यह है कि आजादी के 63 साल बाद भी देश की बहुत सारी बातें अंग्रेजी के आवरण में जनता से छिपा कर रखी जा रही हैं.
हरियाणा के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधन सचिव एवं वित्तीय आयुक्त डा. के.के. खंडेलवाल ने इस अवसर पर कहा कि आज झूठ राष्ट्रीय चरित्र बन रहा है और उस चरित्र पर केवल क्षेत्रीय अखबार ही हमला कर सकते हैं. इलना के कामों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय पत्र-पत्रिकाओं के संगठन और उनके विकास के लिए इलना संघर्ष कर रहा है. यह क्षेत्रीय भाषा के उत्थान के लिए अच्छे संकेत हैं.
कार्यक्रम का संचालन इलना के महासचिव रवि बिश्नोई ने किया. इलना के उपाध्यक्ष अरविंद चोपड़ा; पंजाब केसरी, कोषाध्यक्ष चंद्रकांत भावे, हरियाणा के सेवानिवृत्त सहायक आयुक्त; जनसंपर्क महिपाल सिंह, राजीव वशिष्ठ, प्रकाश पोहरे विजय बंदोरिया, विवेक गुप्ता एवं अंकित बिश्नोई ने भी क्षेत्रीय समाचार-पत्रों के संचालन में आने वाली परेशानियों को सेमिनार में रखा. इसके अलावा संजय गुप्ता, यशपाल सिंह और कई इलना के गणमान्य सदस्य उपस्थिति थे. प्रेस विज्ञप्ति