इंडिया टीवी फिर एनबीए (न्यूज ब्राडकास्टर्स एसोसिएशन) का हिस्सा बन गया है। अमेरिका में रह रहीं और पाकिस्तान में पली-बढ़ीं लेक्चरर फरहाना अली को पाकिस्तानी जासूस बताकर स्टोरी चलाने वाले इंडिया टीवी को उसकी इस करनी पर एनबीएन ने पिछले दिनों दंडित किया था तो इंडिया टीवी ने नाराज होकर खुद को इस संस्था से ही बाहर कर लिया था। वक्त के साथ जख्म भरने पर और एनबीए से गिले-शिकवे दूर करने के बाद इंडिया टीवी के कर्ताधर्ता रजत शर्मा एनबीए के बोर्ड के सदस्य बन गए हैं। इस चैनल के मैनेजिंग एडिटर विनोद कापड़ी प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए हैं।
इंडिया टीवी ने एनबीए यह कहते हुए छोड़ा था कि उसे जान बूझकर परेशान किया जा रहा है और इस परेशान किए जाने के पीछे वजह आपसी प्रतिस्पर्धा है। एनबीए ने इंडिया टीवी पर उसकी गलती के लिए एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। इंडिया टीवी ने एनबीए के प्रेसीडेंट जी. कृष्णन, जो कि आज तक समेत कई चैनल चलाने वाली कंपनी टीवी टुडे नेटवर्क के सीईओ भी हैं, पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। इस ड्रामे के बाद अब फिर दोनों गले मिल गए हैं। इस पूरे मामले से संबंधित पिछली खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें…