अखबारी कागज के दाम में वृद्धि का खामियाजा अब प्रिंट मीडिया के नए प्रोजेक्ट्स पर भी पड़ने लगा है। इसी के चलते जागरण प्रकाशन लिमिटेड और टीवी 18 लिमिटेड के बीच बने ज्वाइंट वेंचर जागरण 18 ने क्षेत्रीय भाषाओं में बिजनेस न्यूजपेपर निकालने का अपना प्लान फिलहाल टाल दिया है। जागरण 18 पब्लिकेशन्स ने मुंबई स्टाक एक्सचेंज को सूचित किया है कि बाजार की वर्तमान हालात के चलते बोर्ड ने रीजनल भाषाओं में बिजनेस अखबार निकालने का प्लान आगे बढ़ा दिया है। इस बारे में दैनिक जागरण के दो पदाधिकारियों के बयान भी आ चुके हैं। जागरण 18 पब्लिकेशन्स के सीएफओ आरके अग्रवाल का कहना है कि बिजनेस पेपर के लांच को लेकर कंपनी के बोर्ड ने समीक्षात्मक बैठक की। इसके बाद प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के बारे में निर्णय लिया गया।
उधर, जागरण प्रकाशन के सीईओ संजय गुप्त ने बताया कि न्यूज प्रिंट की ज्यादा कीमत हो जाने और प्रिंट में घटते विज्ञापन जैसे कारणों के चलते जो वर्तमान बाजार स्थिति है उसमें बिजनेस पेपर लांच करने के प्रोजेक्ट को टालना ही मुनासिब समझा गया।
उल्लेखनीय है कि टीवी 18 और जागरण प्रकाशन ने पिछले साल दिसंबर में फिफ्टी फिफ्टी के ज्वाइंट वेंचर की स्थापना करके बिजनेस अखबार निकालने की घोषणा की थी। इस ऩए वेंचर का नाम जागरण 18 रखा गया। इस वेंचर का पहला लक्ष्य हिंदी में बिजनेस अखबार निकालना था। उसके बाद दूसरी रीजनल भाषाओं में भी बिजनेस पेपर लांच किया जाता। पर अब बाजार में छा रही मंदी, बढ़ते खर्चे व कम मुनाफे को देखते हुए इस प्रोजेक्ट को टाल दिया गया है। अब यह कब शुरू होगा, कुछ कहा नहीं जा सकता।
विश्लेषकों का कहना है कि बाजार की मंदी, बढ़ते खर्च व घटते विज्ञापन के चलते अन्य मीडिया हाउसों के एक्सपेंसन प्लान पर भी ग्रहण लग सकता है।