मध्य प्रदेश का एक जिला है सतना। यहां तीन दबंग अधिकारियों ने पत्रकारों को परेशान करने का इरादा कर लिया तो फिर उन्हें कोई न रोक सका। पिछले दिनों एक न्यूज चैनल के रिपोर्टर और उनके कैमरामैन को इसलिए परेशान किया क्योंकि ये लोग कुपोषण की खबर कवर करने पहुंचे थे। जिला प्रशासन किसी कीमत पर यह खबर कवर नहीं करने देना चाहता था क्योंकि इस खबर के चल जाने पर उनकी कुर्सियां हिल सकती थीं। सो, जिले के उन तीनों अफसरों ने मिलकर पत्रकारों को परेशान करने के लिए कई हथकंडे अपनाए। इन तीनों के नाम पर पत्रकार उत्पीड़न के 21 मामले हैं जो एक नये तरह का ‘रिकार्ड’ है। भोपाल के पत्रकारों ने 9 एक्स न्यूज चैनल के पत्रकार देशदीप सक्सेना और उनके कैमरामैन अरविंद साहू के साथ सतना के कलेक्टर विजय आनंद कुरील, एसडीएम आरडी चौबे और टीआई बलबीर सिंह जग्गी द्वारा किये गये दुर्व्यवहार की निंदा की।
पिछले दिनों भोपाल में भी पत्रकारों ने बैठक कर सतना में अपने साथियों के साथ हो रही ज्यादती के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए सरकार को चेतावनी दी और एक प्रस्ताव पारित किया। गौरतलब है कि सिर्फ सतना में ही पिछले दिनों इन्हीं तीन अधिकारियों ने पत्रकारों पर 21 मामले बनाये हैं। न्यूज कवरेज के दौरान मध्य प्रदेश में पत्रकारों के उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पत्रकारों ने देशदीप सक्सेना और अरविंद साहू के साथ 2 सितंबर 2008 को हुये दुर्व्यवहार की घटना के दोपी अफसरों पर कार्रवाई की मांग करते हुए मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में सवाल किया गया है कि क्या उन्हें कुपोपण की खबरों का कवरेज बंद कर देना चाहिए। उल्लेखनीय है कि देशदीप और अरविंद अपने न्यूज चैनल की ओर से सतना में कुपोपण की घटनाओं की कवरेज को गए थे।