भुवनेश्वर : ओडिशा में मीडियाकर्मियों के साथ हमलों की बढ़ रही संख्या के बावजूद राज्य सरकार द्वारा कोई कदम न उठाने के खिलाफ राज्य के मीडियाकर्मियों ने शुक्रवार को एक घंटा के लिए विधानसभा कार्यवाही की रिपोर्टिंग का बहिष्कार किया।
विधानसभा कार्यवाही का सीधा प्रसारण करने वाले विभिन्न चैनलों ने भी एक घंटे के लिए इसका बहिष्कार किया। मीडिया यूनिटी फार फ्रीडम आफ प्रेस (एमयूपीएफ) द्वारा एक घंटे के लिए विधानसभा की रिपोर्टिंग एक घंटे तक बहिष्कार करने का आह्वान दिया था। मीडिया कर्मियों ने प्रश्नकाल के दौरान प्रेस गैलरी में प्रवेश न कर उसके बाहर शांतिपूर्वक धरना दिया। पत्रकारों के इस मांग को समर्थन प्रदान करने के लिए विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह पत्रकारों से मिलने पहुंचे। एमयूपीएफ की ओर से वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत पटनायक ने इसके लिए मीडियाकर्मियों को वधाई दी। उधर एनयूजे के प्रदेश अध्यक्ष प्रसन्न महांति ने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए राज्य में महाराष्ट्र की तर्ज पर कानून बनाने की मांग की ।
उल्लेखनीय है कि राज्य में पत्रकारों पर हमले की घटनाएं लगातार बढ रही है। लेकिन सरकार इन मामलों में मूकदर्शक बनी हुई है। हाल ही के दिनों में भुवनेश्वर में रथयात्रा के दौरान एक टेलीविजन चैनल के महिला पत्रकार के साथ पुलिसवालों ने बदसलूकी की गई तथा इसके विरोध करने पर कैमरामैन की पिटाई की तथा उनका कैमरा तोड़ दिया था। इस घटना के बाद गुरुवार को एमयूपीएफ के बैनर में पत्रकारों ने लोओर पीएमजी चौक पर प्रदर्शन किया था।