छिंदवाड़ा के निर्भीक पत्रकार राजू गांवडे की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में जहां एक ओर श्रद्धांजलियों का दौर प्रारंभ हो गया है वहीं उसके परिवार को आर्थिक मदद के लिए भी हाथ आगे आने लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग, छिंदवाड़ा के एक अधिकारी ने कहा है कि राजू की गर्भवती पत्नी के प्रसव के दौरान जो भी खर्चे होंगे, वे व्यक्तिगत रूप से देखेंगे कि उसका एक पैसे का भी बोझ राजू के परिवार पर न पड़े। इसके लिए शासकीय स्तर पर या समाजसेवी संस्थाओं से जो भी मदद जुटानी होगी, वे स्वयं जुटाएंगे। उन्होंने अपना नाम या इस संदर्भ में किसी भी प्रकार की खबर अखबारों में न छापने का आग्रह किया।
35 वर्षीय राजू गांवडे की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद 22 दिसंबर की शाम उनका अंतिम संस्कार हुआ। इस अवसर पर छिंदवाड़ा के सभी पत्रकार साथी एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे। राजू के जाने के बाद उनकी बहादुरी भरी पत्रकारिता का लोहा वो लोग भी मान रहे थे, जिनके हित राजू की पत्रकारिता के कारण प्रभावित हुए एवं तब वे हर समय इसी प्रयास में लगे रहे कि कैसे भी हो, राजू को छिंदवाड़ा की पत्रकारिता से बाहर निकाल दिया जाए। कोयलांचल एवं नर्मदांचल क्षेत्र के सभी शहरों के पत्रकारों ने राजू के दुखद निधन पर शोक व्यक्त किया है।