उत्तर प्रदेश में सिलसिलेवार हत्या से राज्य के पत्रकारों का गुस्सा उफान पर है. सोनभद्र में हिन्दुस्तान के संवाददाता कमलेश कुमार पिछले दिनों हुई रहस्यमय हत्या ने पत्रकारों के गुस्से को और भड़का दिया है. सोनभद्र के सैकड़ों पत्रकार कमलेश के हत्या की सीबीसीआईडी जांच और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर उतरे. गुस्साए पत्रकार वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग को पूरी तरह जाम कर दिया. प्रदर्शन में पत्रकरों के साथ नेता-कार्यकर्ता तथा आम लोग भी शामिल हुए.
स्वतःस्फूर्त प्रदर्शन के चलते वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग के दोनों तरह लम्बा जाम लग गया. प्रदर्शन कर रहे लोग कमलेश के हत्यारों की पहचान करने तथा गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. कमलेश के परिजनों को भी सरकार तथा प्रशासन से दस लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की गई. गौरतलब है कि बीते शुक्रवार की रात अज्ञात अपराधियों ने हिंदुस्तान हिन्दी दैनिक के बभनी के स्थानीय संवाददाता कमलेश कुमार की निर्मम हत्या कर दी थी. कमलेश का शव वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग के किनारे स्थित लभरी गांव के जंगल से मिला था. कमलेश के शव पर खून का बदला खून लिखा मिला था. आरोप है कि पिपरी थाना पुलिस रात में कमलेश के शव को पास के एक ढाबा में फेंककर वापस चली आई.
पुलिस ने शनिवार को आनन-फानन में कमलेयर के शव को पंचनामा किये बिना ही पोस्टमार्टम के लिए दुद्धी सामुदायिक केंद्र भेज दी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में धारदार हथियार से कमलेश की हत्या की बात सामने आई. पुलिस के इस कार्रवाई से क्षुब्ध पत्रकारों ने रविवार को दुद्धी में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया और दुद्धी एवं पिपरी थाना की पुलिस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की. इसी क्रम में कार्रवाई का अल्टीमेटम खत्म होने के बाद आज मंगलवार को पत्रकारों ने सड़क जाम कर दिया.
सड़क जाम और प्रदर्शन करने वालों में अजय भाटिया, अजय सूद, विमल सिंह, एबी सिंह, मनोज सिंह, प्रमोद चौबे, सुधाकर मिश्र, संजय यादव, कमाल खान सहित काफी पत्रकार मौजूद थे. इसके अलावा जिले के साथ प्रदेश भर में कमलेश की हत्या के विरोध में निंदा तथा शोक सभा आयोजित की जा रही हैं.