मैं सन्नी खन्ना मरने से पहले जो मेरे मरने के जिम्मेदार हैं, उन तीन लोगों के बारे में बताने जा रहा हूं।
वे हैं- (1) मेक्की लाला जिसकी आईसीआईआई बैंक बिल्डिंग है। (2) अजीत अग्रवाल जिसका एनआरएम स्कूल है, इसे नन्हे का अजीत भी कहते हैं। (3) रामकिशन एमएलए नारायणगढ़। ये तीन ही मेरे मरने के जिम्मेवार हैं। पहले तो जन्माष्टमी वाले दिन मेरे उपर झूठा केस बनवाया। इन्होंने फिर थाने के अंदर उसी दिन रात को मेरे साथ इन्सपेक्टर सुरेश शर्मा के सामने मारपीट की। मारपीट मेक्की और अजीत ने की लेकिन इन्सपेक्टर ने भी नहीं रोका। इस केस से मेरी और मेरे परिवार की इज्जत खराब हुई क्योंकि यह झूठा केस था, बे-मतलब बनाया गया था।
फिर कुछ समय बीत जाने के बाद मेक्की और अजीत ने मुझे बिजली बोर्ड वाली गली में जान से मारने की कोशिश की। ये लोग तो मुझे अपनी तरफ से जान से मारकर चले गए थे लेकिन मेरी किस्मत अच्छी थी। मैं अपनी मां और बाप के कारण भगवान की दया से बच गया। मैंने पुलिस को भी बताया था। अपने बयान दिए थे कि मुझे मेक्की और अजीत ने मारा था। लेकिन रामकिशन के राजनीतिक दबाव में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
ये दोनों मेक्की और अजीत रामकिशन के दलाल और चमचे हैं। बिजली बोर्ड वाली गली में जिन लोगों ने मेरे साथ मारपीट होती देखी, इन्होंने उन्हें भी डराया धमकाया लेकिन कोई भी डर के कारण कुछ नहीं बोला न ही गवाही दी। सब इनके डर से चुप हो गए और मुकर गए। रामकिशन को मेरे से यह जलसी तकलीफ थी कि मैंने उसकी जीत के समय तो उसका पूरा साथ दिया था, अब मैं अपने मामा के साथ रहने लग गया था। वो बीएसपी लीडर हैं। परदे के पीछे सब कुछ रामकिशन करवाता था। इन्हें सख्त से सख्त सजा दें, अगर कोई कानून नामक चीज है तो।
हस्ताक्षर – सन्नी पंकज