मैसूर में तीन फरवरी से पांच फरवरी तक आयोजित पांचवे कृत्या अंतराष्ट्रीय काव्योत्सव में देश भर से सत्रह और कुल मिलाकर दुनिया भर से साठ कवि आ रहे हैं। कृत्या संस्था की निदेशक डा. रति सक्सेना ने बताया कि भारतीय कवियों में मलयालम के सच्चिदानंदन, हिंदी में दिल्ली से प्रयाग शुक्ल और अमित कल्ला, जम्मू से अग्निशेखर, उत्तराखंड से शैलेय, कोलकाता से निशांत, जयपुर से दुष्यंत, अंग्रेजी में चेन्नई से विवेक नारायण, दिल्ली से अल्का त्यागी, मुम्बई से अरूंधति सुब्रमण्यम, नागपुर से प्रांतिक बनर्जी आदि शामिल हैं।
वहीं विदेशी कवियों में इटली से जिंगोनिया जिंगोन, कोस्टारिका से आस्वाल्दो सौमा, आस्ट्रिया से पीटर वाग, एनरिक मोया और डिटर बर्दल, क्यूबा से मारिया एलेना, अर्जेंटिना से विक्टोरिया स्लावोस्की, चीली से एडुआर्दो लबार्का, ईरान से बेहजाद जरीनपूर, आयरलैंड से हेलन डयर और मरयम अल अमजदी आदि कवि शामिल हैं।
केरल स्थित प्रसिद्ध संस्था कृत्या के लगातार इस पांचवे आयोजन के मुख्य अतिथि मशहूर नाटककार महेश एचलुंचकर होंगे। इस बार का मुख्य थीम – पोएट्री आफ एग्जाइल, ट्रोमा एंड सर्वाइवल रखा गया है। आयोजन में काव्यपाठ के अलावा कविता के फिल्म और कला से जुड़ाव पर भी चर्चा होगी और उत्सव के साथ-साथ कला तथा फिल्म प्रदर्शन भी होगा। प्रदर्शित होने वाली फिल्मों में द पोएट एंड द वर्ल्ड, लेब्रिन्थ-सेल्फ, नेचर एंड ड्रीम्स, एट द मिडनाइट आवर, ब्रिदिंग विदाउट एयर प्रमुख हैं। इसमें तीन विशेष सत्र कन्नड़ कविता पर होंगे। कृत्या ने यह आयोजन आईसीसीआर, केंद्रीय साहित्य अकादमी, मैसूर विश्वविदृयालय तथा कर्नाटक सरकार आदि अनेक संस्थाओं के सहयोग से किया है।