‘चौथी दुनिया’ पाठकों के सम्मुख आ चुका है। रविवार को इस अखबार की दूसरी पारी की विधिवत शुरुआत हो गई। पिछले दिनों चौथी दुनिया का पहला अंक विशेषांक के रूप में प्रकाशित कर फीडबैक के लिए चुनिंदा पाठकों तक पहुंचाया गया था। अब दूसरा अंक पाठकों के लिए मार्केट में आ चुका है। इसे देश भर के प्रमुख केंद्रों पर बिक्री के लिए रवाना किया जा चुका है। इस अंक में कवर स्टोरी पहली ही नजर में चौंकाने वाली है, साथ ही राजनीतिक हलकों में एक नए विवाद को जन्म देने वाली है।
शीर्षक है- ‘बीजेपी की सरकार बनाना चाहता है मोसाद‘। चुनाव पर तीन पेज है। एक पेज में ‘आम चुनाव में खास होगी पूर्वांचल की सियासी बिसात‘ शीर्षक से दो विशेष रिपोर्ट हैं तो दूसरे पेज में पंद्रहवी लोकसभा को लेकर 10 तस्वीरें पेश की गई हैं, साथ ही ‘आजाद भारत की कुंडली‘ के जरिए देश के भविष्य के बारे में बताया गया है। तीसरे पेज पर एमजे अकबर ने भारतीय मतदाताओं की नब्ज टटोलते हुए कुछ नया कहने की कोशिश की है। भारतीय राजनीति के दो सितारों स्वर्गीय वीपी सिंह और चंद्रशेखर को कई वरिष्ठों ने अपने-अपने तरीके से याद किया है। कमल मोरारका, भैरों सिंह शेखावत और दिग्विजय सिंह जैसे लोगों ने चंद्रशेखर की सच व साहस वाली शख्सीयत के बारे में लिखा है, तो वीपी सिंह से जुड़े कई अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डाला है एसपी शुक्ल, सीमा मुस्तफा और अवतंस चित्राश ने।
‘आडवाणी की नियति है कि वे सूरज बनकर चमक नहीं सकते‘ शीर्षक से है एक पेज में इतिहास के जरिए भविष्य की नियति का चित्रण किया गया है। चौथी दुनिया के इस अंक में जनांदलनों को एक पेज समर्पित है। इस बार उड़ीस में चल रहे जनसंघर्षों की दशा-दिशा की पड़ताल की गई है। डा. बिनायक सेन पर आदियोग की विशेष रपट लोकतांत्रिक सरोकार वाले लोगों के लिए पठनीय है। वरुण और इंदिरा पर के व्यक्तित्व पर केंद्रित एक रपट में गांधी खानदान के दर्शन में आ रहे बदलावों को पकड़ा गया है। झारखंड के वर्तमान काले युग पर एक पेज की विशेष रिपोर्ट कई भयावह सच्चाइयों का खुलासा करती है। अमेरिका में बसे भारतीयों के दर्द को महसूस करने के साथ-साथ ओबामा के खतरनाक तेवर के बारे में भी एक अन्य पेज पर आगाह किया गया है। व्यालोक की एक रिपोर्ट पाकिस्तान की साहसी मीडिया के तेवर की व्याख्या करती है।
अनंत विजय ने जो कुछ लिखा है वह साहित्य जगत में बवाल मचाने के लिए काफी है, शीर्षक है- ‘साहित्य को शर्मसार करते दो बुजुर्ग‘। आबिद सुरती के आत्म कथात्मक उपन्यास ‘मुसलमान‘ का धारावाहिक रूप में प्रकाशन किया जा रहा है। युवाओं को ध्यान में रखते हुए गैजेट्स और टेक्नालजी पर एक पेज समर्पित है। इसके अलावा, खेल, सिनेमा समेत कई अन्य विषयों-विधाओं पर रिपोर्ट हैं।