राजस्थान के कवि एवं मीडियाकर्मी स्व. राजेन्द्र बोहरा की स्मृति में स्थापित चौथा राजेन्द्र बोहरा स्मृति काव्य पुरस्कार उत्तर प्रदेश के भोलानाथ कुशवाहा को उनकी पहली काव्य कृति ‘कब लौटेगा नदी के उस पार गया आदमी’ के लिये दिया जाएगा. पुरस्कार समारोह 24 अक्टूबर को जयपुर के पिंकसिटी प्रेस क्लब में आयोजित होगा. 2005 से आरम्भ हुए इस पुरस्कार में पांच हजार रूपये, शॉल एवं स्मृति चिह्न भेंट किये जाते है.
हिन्दी की पहली काव्य पुस्तक के लिये दिया जाने वाला यह पुरस्कार कुशवाहा से पहले जगमोहन आजाद, प्रेमचंद गांधी तथा रामेश्वर द्विवेदी को दिया जा चुका है. कुशवाहा उत्तर प्रदेश के प्रमुख समाचार पत्र ‘आज’ के इलाहाबाद संस्करण में समाचार सम्पादक हैं. उनकी दूसरी पुस्तक ‘जीना चाहता हूं’ हाल ही में प्रकाशित हुई है. स्व. बोहरा का जन्म 21 अक्टूबर 1946 को हुआ था और उनका निधन 27 अपे्रल 2005 को हुआ. उन्होंने आकाशवाणी और दूरदर्शन में तीन दशक तक काम किया. वे 1991 से 1994 तक बीबीसी लंदन में प्रोड्यूसर रहे. लेकिन उनकी खास पहचान श्रमिक आंदोलन और साहित्य से थी.
उनके दो काव्य संग्रह प्रकाशित हुए. पहला ‘आओ पहाड़ पर चलें’ 1982 में आया. दूसरा ‘डर और उसके विरूद्ध’ उनकी मृत्यु के बाद 2005 में प्रकाशित हुआ. राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा नन्द भारद्वाज के सम्पादन में छपी ‘रेत पर नंगे पांव’ में भी राजस्थान के समकालीन कवियों में उन्हें स्थान दिया गया है. डनके निधन के बाद उनके परिवार ने उनकी स्मृति में हिन्दी में प्रकाशित पहली काव्य कृति के लिये यह पुरस्कार स्थापित किया. राजेन्द्र बोहरा स्मृति काव्य पुरस्कार समिति की संयोजक ऋचा बोहरा हैं। उनके संपर्क 0141-2760009 के जरिए किया जा सकता है।