देहरादून के उर्द दैनिक प्रधान टाइम्स में छह महीने पहले सब एडिटर के पद पर काम शुरू करने वाली मजहदी उर्फ प्रीति की मदद के लिए हर ओर से लोग हाथ आगे बढ़ाने लगे हैं. खासकर इंडिया टीवी ने मजहदी को मदद दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने दो लाख रुपये, कई फिल्मी कलाकारों ने लाख-लाख रुपये देने की घोषणा की है. दिल्ली में मेट्रो की चपेट में आ जाने के कारण मजहदी के दोनों पैर कट चुके हैं. मेट्रो हादसे के बाद से मजहदी अब तक चुप है. जब भी कुछ पूछने की कोशिश की जाती है, वह आंखे खोलती है और कहीं खो जाती है. एक दो- बार बोलने की कोशिश भी की, लेकिन जुबान लड़खड़ा जाती है. दुर्घटना से वह इतनी डर गई है कि उसकी आंखों में खौफ साफ देखा जा सकता है. मजहदी गरीब परिवार की लड़की है. उसने मेहनत से पढ़ाई-लिखाई की. उसके साथ काम करने वाले पत्रकार बताते हैं कि मजहदी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती है. वह अपना काम काफी अच्छे से करती है. प्रधान टाइम्स के देहरादून स्थित दफ्तर में शोक का माहौल है.
दिल्ली में राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर शुक्रवार देर रात हुई दुर्घटना में घायल मजहदी की मां आयशा बताती हैं कि देहरादून से ननद की बेटी की शादी में शामिल होने हम लोग दिल्ली आए. करोल बाग में रिश्तेदार के घर से वापस ननद के घर बल्लीमारान लौट रहे थे. राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर मजहदी आगे खड़ी थी, ट्रेन धीमी गति से प्लेटफार्म पर रुक ही रही थी कि अचानक उसे धक्का लगा और वह पटरी पर गिर पड़ी. मैं अभी कुछ समझ भी नहीं पाई थी कि चारों तरफ से आवाजें आने लगीं कि पटरी पर कोई गिर गया है. पता चला धक्का लगने से मजहदी के साथ कोई और भी पटरी पर गिर गया है और दोनों को अस्पताल ले जाया जा रहा है. देहरादून निवासी मजहदी को शनिवार शाम प्राइमस अस्पताल में शिफ्ट किया गया है. दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों के मुताबिक मजहदी के इलाज की व्यवस्था उसके परिजनों के अनुरोध पर प्राइमस अस्पताल में की गई है. परिजन आरएमएल में उपलब्ध मेडिकल सुविधाओं से संतुष्ट नहीं थे.
Sapan Yagyawalkya
March 28, 2010 at 9:56 am
yuva patrakar ke sath is hadse ki khabar ne dukhi kar diya.paramsatta kash! mazhadi ke mamle me koi chamatkar dikha de. Sapan Yagyawalkya.Bareli(MP)
ajit kumar panna
March 30, 2010 at 11:37 am
mazhadi ko sahayata rashi uplabdh karwana acchi bat hai. lekin desh ki vibhibvivn samachar agenciyan yah batai ki mazhadi ko kisi ladke ne peechhe se touch kiya or vo railway line pe geer gai. jis karan ye hadsa hua, lekin metro jaisi surakshit or uttam parivahan vayavastha par ek sawaliya nishan lage na lage yah bat karna to bharat jaise desh me sayad thik nahi. lekin sarkar or samachar agency is hadse ki bariki ko janna jaruru nahi sanjhi. har hadse ko isi tarah gumnami me dhakel diya jata hai. or jo kavayad shuru hoti hai, vo sabke samne hai. vaise mazhadi ke sath poora desh nazar aaye or uski zindagi me baki ki rahe bilkul aasan ho jaye aisa mai kamna karta hu.
panna ji